शारीरिक संरचना के 5 प्रमुख तत्वों में अग्नि का प्रमुख स्थान है। ऐसा कहा जाता है कि अग्निदेव की उपस्थिति में उन्हें साक्षी मानकर किए गए कार्यों में सफलता अवश्य मिलती है और प्रज्वलित दीप में अग्निदेव वास करते हैं। इस प्रकार प्रभु की पूजा-अर्चना करते समय और अपनी भक्ति को सफल करने के लिए दीप प्रज्वलित किए जाते हैं।