पूर्ण सूर्यग्रहण 20 मार्च को, नहीं दिखेगा भारत में नजारा

इंदौर। सूर्य, पृथ्वी और चंद्रमा की खास स्थिति के कारण 20 मार्च को पूर्ण सूर्यग्रहण लगेगा। लेकिन इस ‘खगोलीय त्रिमूर्ति’ की अद्भुत लुकाछिपी भारत में नहीं निहारी जा सकेगी।


यह इस साल का पहला ग्रहण होगा। उज्जैन की प्रतिष्ठित जीवाजी वेधशाला के अधीक्षक डॉ. राजेंद्रप्रकाश गुप्त ने बताया कि 20 मार्च को लगने वाला पूर्ण सूर्यग्रहण भारत के किसी भी इलाके में नहीं दिखाई देगा। यह खगोलीय घटना यूरोप, अटलांटिक महासागर और अफ्रीका में निहारी जा सकेगी।
 
गुप्ता ने बताया कि भारतीय मानक समय (आईएसटी) के मुताबिक पूर्ण सूर्यग्रहण की शुरुआत 20 मार्च को दोपहर एक बजकर 11 मिनट पर होगी और यह पांच बजकर 20 मिनट पर समाप्त हो जाएगा। इस तरह सूर्य, पृथ्वी और चंद्रमा की दिलचस्प भूमिका वाला खगोलीय घटनाक्रम करीब चार घंटे चलेगा।
 
कोई दो सदी पुरानी वेधशाला के अधीक्षक ने अपनी गणना के हवाले से बताया कि पूर्ण सूर्यग्रहण दोपहर तीन बजकर 15 मिनट पर अपने चरम स्तर पर पहुंच जाएगा। इस वक्त चंद्रमा, सूर्य को पूरी तरह ढंक लेगा। यह स्थिति दो मिनट 50 सेकंड तक बनी रहेगी।
 
पूर्ण सूर्यग्रहण तब होता है, जब सूर्य और पृथ्वी के बीच चंद्रमा इस तरह आ जाता है कि पृथ्वी से देखने पर सूर्य पूरी तरह चंद्रमा की ओट में छिपा प्रतीत होता है। 


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