वैशाख शुक्ल पक्ष का पाक्षिक पंचांग : 30 अप्रैल को है बुद्ध पूर्णिमा

पं. हेमन्त रिछारिया
* पाक्षिक पंचांग : वैशाख शुक्ल पक्ष की विशेष जानकारी
 
'वेबदुनिया' के पाठकों के लिए 'पाक्षिक पंचाग' श्रृंखला में प्रस्तुत है वैशाख माह के शुक्ल पक्ष का पाक्षिक पंचांग-
 
संवत्सर- विरोधकृत।
संवत्- 2075।
शक संवत्- 1940।
माह- वैशाख।
पक्ष- शुक्ल पक्ष।
ऋतु- वसंत-ग्रीष्म।
रवि- उत्तरायण।
गुरु तारा- उदित स्वरूप।
शुक्र तारा- उदित स्वरूप।
सर्वार्थ सिद्धि योग- 17 अप्रैल, 23 अप्रैल।
अमृतसिद्धि योग- अनुपस्थित।
द्विपुष्कर योग- अनुपस्थित।
त्रिपुष्कर योग- 17 अप्रैल, 22 अप्रैल।
रविपुष्य योग- 22 अप्रैल।
गुरुपुष्य योग- अनुपस्थित।
एकादशी- 26 अप्रैल (मोहिनी एकादशी व्रत)।
प्रदोष- 27 अप्रैल।
भद्रा- 19 अप्रैल (उदय अस्त), 22 अप्रैल (उदय अस्त), 25 अप्रैल (उदय) - 26 अप्रैल (अस्त), 29 अप्रैल (उदय/अस्त)।
पंचक- अनुपस्थित।
ग्रहाचार : सूर्य मेष राशि में, चन्द्र (सवा दो दिन में राशि परिवर्तन करते हैं), मंगल-धनु, बुध-मीन, गुरु-तुला, शुक्र-मेष, शनि-धनु, राहु-कर्क, केतु-मकर।
व्रत/त्योहार- 18 अप्रैल अक्षय तृतीया (अखातीज) व परशुराम जयंती, 20 अप्रैल सूरदास जयंती, 23 अप्रैल देवी बगलामुखी जयंती, 24 अप्रैल जानकी नवमी, 30 अप्रैल बुद्ध पूर्णिमा।
 
-ज्योतिर्विद पं. हेमन्त रिछारिया
प्रारब्ध ज्योतिष परामर्श केन्द्र
सम्पर्क: astropoint_hbd@yahoo.com

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