Weekly Calendar October 2024: साप्ताहिक पंचांग, जानें अक्टूबर माह के नए सप्ताह के मुहूर्त

पं. हेमन्त रिछारिया
सोमवार, 30 सितम्बर 2024 (12:28 IST)
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2024 weekly muhurat: अपने प्रिय पाठकों के लिए वेबदुनिया यहां प्रस्तुत कर रहा हैं हिन्दू कैलेंडर के अनुसार साप्ताहिक पंचांग के शुभ मुहूर्त। जिसमें आप जानेंगे 30 से 06 अक्टूबर 2024 तक में आने वाले व्रत, खास त्योहार, विशेष ग्रह गोचर और आने वाले दिनों के बारे में हर जानकारी साथ में... 
 
(साप्ताहिक शुभ मुहूर्त : 30 सितंबर से 06 अक्टूबर तक) 
 
30 सितंबर 2024, सोमवार के शुभ मुहूर्त
 
शुभ विक्रम संवत्-2081, शक संवत्-1946, ईस्वी सन्-2024
संवत्सर नाम-कालयुक्त
अयन-दक्षिणायण
मास-आश्विन
पक्ष-कृष्ण
ऋतु-शरद
वार-सोमवार
तिथि (सूर्योदयकालीन)-त्रयोदशी
नक्षत्र (सूर्योदयकालीन)-पूर्वाफाल्गुनी
योग (सूर्योदयकालीन)-शुभ
करण (सूर्योदयकालीन)-वणिज
लग्न (सूर्योदयकालीन)-कन्या
शुभ समय- 6:00 से 7:30 तक, 9:00 से 10:30 तक, 3:31 से 6:41 तक
राहुकाल-प्रात: 7:30 से 9:00 बजे तक  
दिशा शूल-आग्नेय 
योगिनी वास-दक्षिण
गुरु तारा-उदित
शुक्र तारा-उदित
चंद्र स्थिति-सिंह
व्रत/मुहूर्त-प्रदोष व्रत/मास शिवरात्रि/मूल समाप्त/त्रयोदशी श्राद्ध
यात्रा शकुन-मीठा दूध पीकर यात्रा करें।
आज का मंत्र-ॐ सौं सौमाय नम:।
आज का उपाय-किसी विप्र को चांदी भेंट करें।
वनस्पति तंत्र उपाय-पलाश के वृक्ष में जल चढ़ाएं।

01 अक्टूबर 2024, मंगलवार के शुभ मुहूर्त
 
शुभ विक्रम संवत्-2081, शक संवत्-1946, ईस्वी सन्-2024
संवत्सर नाम-कालयुक्त
अयन-दक्षिणायण
मास-आश्विन
पक्ष-कृष्ण
ऋतु-शरद
वार-मंगलवार
तिथि (सूर्योदयकालीन)-चतुर्दशी
नक्षत्र (सूर्योदयकालीन)-पूर्वाफाल्गुनी
योग (सूर्योदयकालीन)-शुक्ल
करण (सूर्योदयकालीन)-विष्टि
लग्न (सूर्योदयकालीन)-कन्या
शुभ समय-10:46 से 1:55, 3:30 5:05 तक
राहुकाल- दोप. 3:00 से 4:30 बजे तक
दिशा शूल-उत्तर 
योगिनी वास-पश्चिम
गुरु तारा-उदित  
शुक्र तारा-उदित
चंद्र स्थिति-कन्या
व्रत/मुहूर्त-भद्रा/चतुर्दशी श्राद्ध/शस्त्रादिहतानां श्राद्ध
यात्रा शकुन-दलिया का सेवन कर यात्रा पर निकलें।
आज का मंत्र-ॐ अं अंगारकाय नम:।
आज का उपाय-हनुमान मंदिर में तांबे के पात्र सहित मसूर की दाल चढ़ाएं।
वनस्पति तंत्र उपाय- खैर के वृक्ष में जल चढ़ाएं।

02 अक्टूबर 2024, बुधवार के शुभ मुहूर्त
 
शुभ विक्रम संवत्-2081, शक संवत्-1946, ईस्वी सन्-2024
संवत्सर नाम-कालयुक्त
अयन-दक्षिणायण
मास-आश्विन
पक्ष-कृष्ण
ऋतु-शरद
वार-बुधवार
तिथि (सूर्योदयकालीन)-अमावस
नक्षत्र (सूर्योदयकालीन)-उत्तराफाल्गुनी
योग (सूर्योदयकालीन)-ब्रह्म
करण (सूर्योदयकालीन)-चतुष्पद
लग्न (सूर्योदयकालीन)-कन्या
शुभ समय- 6:00 से 9:11, 5:00 से 6:30 तक
राहुकाल- दोप. 12:00 से 1:30 बजे तक
दिशा शूल-ईशान
योगिनी वास-ईशान
गुरु तारा-उदित
शुक्र तारा-उदित
चंद्र स्थित-कन्या
व्रत/मुहूर्त-देवपितृकार्ये अमावस, अज्ञाततिथि एवं मातामह श्राद्ध/पितृमोक्ष अमावस/पितृ विसर्जन/महालय समाप्त
यात्रा शकुन-हरे फ़ल खाकर अथवा दूध पीकर यात्रा पर निकलें।
आज का मंत्र-ॐ ब्रां ब्रीं ब्रौं स: बुधाय नम:।
आज का उपाय-किसी बटुक को हरे फल भेंट करें।
वनस्पति तंत्र उपाय-अपामार्ग के वृक्ष में जल चढ़ाएं।

03 अक्टूबर 2024, गुरुवार के शुभ मुहूर्त
 
शुभ विक्रम संवत्-2081, शक संवत्-1946, ईस्वी सन्-2024
संवत्सर नाम-कालयुक्त
अयन-दक्षिणायण
मास-आश्विन
पक्ष-शुक्ल
ऋतु-शरद
वार-गुरुवार
तिथि (सूर्योदयकालीन)-प्रतिपदा
नक्षत्र (सूर्योदयकालीन)-हस्त
योग (सूर्योदयकालीन)-ऐंद्र
करण (सूर्योदयकालीन)-किंस्तुघ्न
लग्न (सूर्योदयकालीन)-कन्या
शुभ समय- 6:00 से 7:30, 12:20 से 3:30, 5:00 से 6:30 तक
राहुकाल-दोप. 1:30 से 3:00 बजे तक
दिशा शूल-आग्नेय  
योगिनी वास-पूर्व
गुरु तारा-उदित
शुक्र तारा-उदित
चंद्र स्थिति-तुला
व्रत/मुहूर्त-शारदीय नवरात्र प्रारंभ/घट स्थापना
यात्रा शकुन-बेसन से बनी मिठाई खाकर यात्रा पर निकलें।
आज का मंत्र-ॐ ग्रां ग्रीं ग्रौं स: गुरुवै नम:।
आज का उपाय-देवीमंदिर में सवा किलो चना दाल भेंट करें।
वनस्पति तंत्र उपाय-पीपल के वृक्ष में जल चढ़ाएं।

04 अक्टूबर 2024, शुक्रवार के शुभ मुहूर्त
 
शुभ विक्रम संवत्-2081, शक संवत्-1946, ईस्वी सन्-2024
संवत्सर नाम-कालयुक्त
अयन-दक्षिणायण
मास-आश्विन
पक्ष-शुक्ल
ऋतु-शरद
वार-शुक्रवार
तिथि (सूर्योदयकालीन)-द्वितीया
नक्षत्र (सूर्योदयकालीन)-चित्रा
योग (सूर्योदयकालीन)-वैधृति
करण (सूर्योदयकालीन)-बालव
लग्न (सूर्योदयकालीन)-कन्या
शुभ समय- 7:30 से 10:45, 12:20 से 2:00 तक
राहुकाल-प्रात: 10:30 से 12:00 बजे तक
दिशा शूल-वायव्य 
योगिनी वास-उत्तर
गुरु तारा-उदित
शुक्र तारा-उदित
चंद्र स्थिति-तुला
व्रत/मुहूर्त-चंद्रदर्शन/व्यापार मुहूर्त
यात्रा शकुन-शुक्रवार को मीठा दही खाकर यात्रा पर निकलें।
आज का मंत्र-ॐ द्रां द्रीं द्रौं स: शुक्राय नम:।
आज का उपाय-लक्ष्मी मंदिर श्रंगार सामग्री चढ़ाएं।
वनस्पति तंत्र उपाय-गूलर के वृक्ष में जल चढ़ाएं।

05 अक्टूबर 2024, शनिवार के शुभ मुहूर्त
 
शुभ विक्रम संवत्-2081, शक संवत्-1946, ईस्वी सन्-2024
संवत्सर नाम-कालयुक्त
अयन-दक्षिणायण
मास-आश्विन  
पक्ष-शुक्ल
ऋतु-शरद
वार-शनिवार
तिथि (सूर्योदयकालीन)-तृतीया
नक्षत्र (सूर्योदयकालीन)-स्वाति
योग (सूर्योदयकालीन)-विषकुम्भ
करण (सूर्योदयकालीन)-तैतिल
लग्न (सूर्योदयकालीन)-कन्या
शुभ समय- 7:30 से 10:45, 12:20 से 2:00
राहुकाल-प्रात: 10:30 से 12:00 बजे तक
दिशा शूल-वायव्य 
योगिनी वास-आग्नेय 
गुरु तारा-उदित
शुक्र तारा-उदित
चंद्र स्थिति-तुला
व्रत/मुहुर्त-सर्वार्थसिद्धि योग/रवियोग
यात्रा शकुन-शर्करा मिश्रित दही खाकर घर से निकलें।
आज का मंत्र-ॐ प्रां प्रीं प्रौं स: शनयै नम:।
आज का उपाय-ज़रूरतमन्दों को काला कम्बल दान करें। 
वनस्पति तंत्र उपाय-शमी के वृक्ष में जल चढ़ाएं।

06 अक्टूबर 2024, रविवार के शुभ मुहूर्त
 
शुभ विक्रम संवत्-2081, शक संवत्-1946, ईस्वी सन्-2024
संवत्सर नाम-कालयुक्त
अयन-दक्षिणायण
मास-आश्विन
पक्ष-शुक्ल
ऋतु-शरद
वार-रविवार
तिथि (सूर्योदयकालीन)-तृतीया
नक्षत्र (सूर्योदयकालीन)-विशाखा
योग (सूर्योदयकालीन)-प्रीति
करण (सूर्योदयकालीन)-गरज
लग्न (सूर्योदयकालीन)-कन्या
शुभ समय-9:11 से 12:21, 1:56 से 3:32 
राहुकाल- सायं 4:30 से 6:00 बजे तक
दिशा शूल-पश्चिम 
योगिनी वास-आग्नेय  
गुरु तारा-उदित
शुक्र तारा-उदित
चंद्र स्थिति-वृश्चिक
व्रत/मुहुर्त-भद्रा/विनायकी चतुर्थी व्रत
यात्रा शकुन-इलायची खाकर यात्रा प्रारंभ करें।
आज का मंत्र-ॐ घृणि: सूर्याय नम:।
आज का उपाय-किसी विप्र को केसर भेंट करें।
वनस्पति तंत्र उपाय-बेल के वृक्ष में जल चढ़ाएं।
 
(निवेदन-उपर्युक्त विवरण पंचांग आधारित है पंचांग भेद होने पर तिथि/मुहुर्त/समय में परिवर्तन होना संभव है।)
 
-ज्योतिर्विद् पं. हेमन्त रिछारिया
प्रारब्ध ज्योतिष परामर्श केन्द्र
सम्पर्क: astropoint_hbd@yahoo.com
 
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