नए सप्ताह के सर्वश्रेष्ठ मुहूर्त, जानें साप्ताहिक पंचांग 28 से 03 नवंबर तक

पं. हेमन्त रिछारिया

रविवार, 27 अक्टूबर 2024 (09:58 IST)
ALSO READ: Diwali Weekly Horoscope 2024: दीपावली साप्ताहिक राशिफल, जानें इस सप्ताह में किन राशियों पर होगी माता लक्ष्मी की कृपा
weekly muhurat in hindi : अक्टूबर 2024 के नवीन साप्ताहिक शुभ मुहूर्त के अंतर्गत यहां आप जानेंगे 28 अक्टूबर से 03 नवंबर तक के पंचांग कैलेंडर मुहूर्त हिन्दी में। यहां पढ़ें दैनिक शुभ मुहूर्त, आगामी ग्रह गोचर, अक्टूबर राशि परिवर्तन, व्रत-त्योहार तथा विशेष दिनों से संबंधित एक साथ खास जानकारी... 
 
(साप्ताहिक शुभ मुहूर्त : 28 अक्टूबर से 03 नवंबर तक) 
 
28 अक्टूबर 2024, सोमवार के शुभ मुहूर्त
 
शुभ विक्रम संवत्-2081, शक संवत्-1946, ईस्वी सन्-2024
संवत्सर नाम-कालयुक्त
अयन-दक्षिणायण
मास-कार्तिक
पक्ष-कृष्ण
ऋतु-हेमन्त
वार-सोमवार
तिथि (सूर्योदयकालीन)-एकादशी
नक्षत्र (सूर्योदयकालीन)-पूर्वाफाल्गुनी
योग (सूर्योदयकालीन)-ऐंन्द्र
करण (सूर्योदयकालीन)-बालव
लग्न (सूर्योदयकालीन)-तुला
शुभ समय- 6:00 से 7:30 तक, 9:00 से 10:30 तक, 3:31 से 6:41 तक
राहुकाल-प्रात: 7:30 से 9:00 बजे तक  
दिशा शूल-आग्नेय 
योगिनी वास-आग्नेय
गुरु तारा-उदित
शुक्र तारा-उदित
चंद्र स्थिति-कन्या
व्रत/मुहूर्त-श्री रंभा (रमा) एकादशी व्रत-(सर्वे.)/गोवत्स द्वादशी
यात्रा शकुन-मीठा दूध पीकर यात्रा करें।
आज का मंत्र-ॐ सौं सौमाय नम:।
आज का उपाय-किसी विप्र को सवा किलो मीठा दूध भेंट करें।
वनस्पति तंत्र उपाय-पलाश के वृक्ष में जल चढ़ाएं।

29 अक्टूबर 2024, मंगलवार के शुभ मुहूर्त
 
शुभ विक्रम संवत्-2081, शक संवत्-1946, ईस्वी सन्-2024
संवत्सर नाम-कालयुक्त
अयन-दक्षिणायण
मास-कार्तिक
पक्ष-कृष्ण
ऋतु-हेमन्त
वार-मंगलवार
तिथि (सूर्योदयकालीन)-द्वादशी
नक्षत्र (सूर्योदयकालीन)-उत्तराफाल्गुनी
योग (सूर्योदयकालीन)-ऐंन्द्र
करण (सूर्योदयकालीन)-तैतिल
लग्न (सूर्योदयकालीन)-तुला
शुभ समय-10:46 से 1:55, 3:30 5:05 तक
राहुकाल- दोप. 3:00 से 4:30 बजे तक
दिशा शूल-उत्तर 
योगिनी वास-नैऋत्य
गुरु तारा-उदित  
शुक्र तारा-उदित
चंद्र स्थिति-कन्या
व्रत/मुहूर्त-भौम प्रदोष/धन त्रयोदशी/यम दीपदान/त्रिपुष्कर योग
यात्रा शकुन-दलिया का सेवन कर यात्रा पर निकलें।
आज का मंत्र-ॐ अं अंगारकाय नम:।
आज का उपाय-हनुमान मंदिर में संतरा चढ़ाकर चमेली के तेल का पंचमुखा दीपक प्रज्वलित करें।
वनस्पति तंत्र उपाय- खैर के वृक्ष में जल चढ़ाएं।

30 अक्टूबर 2024, बुधवार के शुभ मुहूर्त
 
शुभ विक्रम संवत्-2081, शक संवत्-1946, ईस्वी सन्-2024
संवत्सर नाम-कालयुक्त
अयन-दक्षिणायण
मास-कार्तिक
पक्ष-कृष्ण
ऋतु-हेमन्त
वार-बुधवार
तिथि (सूर्योदयकालीन)-त्रयोदशी
नक्षत्र (सूर्योदयकालीन)-हस्त
योग (सूर्योदयकालीन)-वैधृति
करण (सूर्योदयकालीन)-वणिज
लग्न (सूर्योदयकालीन)-तुला
शुभ समय- 6:00 से 9:11, 5:00 से 6:30 तक
राहुकाल- दोप. 12:00 से 1:30 बजे तक
दिशा शूल-ईशान
योगिनी वास-दक्षिण
गुरु तारा-उदित
शुक्र तारा-उदित
चंद्र स्थित-तुला
व्रत/मुहूर्त-भद्रा/मास शिवरात्रि/नरक निमित्त दीपदान
यात्रा शकुन-हरे फ़ल खाकर अथवा दूध पीकर यात्रा पर निकलें।
आज का मंत्र-ॐ ब्रां ब्रीं ब्रौं स: बुधाय नम:।
आज का उपाय-घर के बाहर मुख्य द्वार पर दक्षिण दिशा में तेल का चौमुखा दीपक प्रज्वलित करें।
वनस्पति तंत्र उपाय-अपामार्ग के वृक्ष में जल चढ़ाएं।

ALSO READ: दिवाली की रात में करें ये 7 अचूक उपाय तो हो जाएंगे मालामाल, मिलेगी माता लक्ष्मी की कृपा

31 अक्टूबर 2024, गुरुवार के शुभ मुहूर्त
 
शुभ विक्रम संवत्-2081, शक संवत्-1946, ईस्वी सन्-2024
संवत्सर नाम-कालयुक्त
अयन-दक्षिणायण
मास-कार्तिक
पक्ष-कृष्ण
ऋतु-हेमन्त
वार-गुरुवार
तिथि (सूर्योदयकालीन)-चतुर्दशी
नक्षत्र (सूर्योदयकालीन)-चित्रा
योग (सूर्योदयकालीन)-विषकुम्भ
करण (सूर्योदयकालीन)-शकुनि
लग्न (सूर्योदयकालीन)-तुला
शुभ समय- 6:00 से 7:30, 12:20 से 3:30, 5:00 से 6:30 तक
राहुकाल-दोप. 1:30 से 3:00 बजे तक
दिशा शूल-आग्नेय  
योगिनी वास-पश्चिम
गुरु तारा-उदित
शुक्र तारा-उदित
चंद्र स्थिति-तुला
व्रत/मुहूर्त-रूप चतुर्दशी/लक्ष्मी पूजन (दीपावली)-मतांतर से
यात्रा शकुन-बेसन से बनी मिठाई खाकर यात्रा पर निकलें।
आज का मंत्र-ॐ ग्रां ग्रीं ग्रौं स: गुरुवै नम:।
आज का उपाय-सूर्योदय से पूर्व स्नान कर प्रदोष काल में लक्ष्मी पूजन कर दीपदान करें।
वनस्पति तंत्र उपाय-पीपल के वृक्ष में जल चढ़ाएं।

01 नवंबर 2024, शुक्रवार के शुभ मुहूर्त
 
शुभ विक्रम संवत्-2081, शक संवत्-1946, ईस्वी सन्-2024
संवत्सर नाम-कालयुक्त
अयन-दक्षिणायण
मास-कार्तिक
पक्ष-कृष्ण
ऋतु-हेमन्त
वार-शुक्रवार
तिथि (सूर्योदयकालीन)-अमावस
नक्षत्र (सूर्योदयकालीन)-स्वाति
योग (सूर्योदयकालीन)-प्रीति
करण (सूर्योदयकालीन)-नागव
लग्न (सूर्योदयकालीन)-तुला
शुभ समय- 7:30 से 10:45, 12:20 से 2:00 तक
राहुकाल-प्रात: 10:30 से 12:00 बजे तक
दिशा शूल-वायव्य 
योगिनी वास-ईशान
गुरु तारा-उदित
शुक्र तारा-उदित
चंद्र स्थिति-तुला
व्रत/मुहूर्त-दीपावली/देवपितृकार्ये अमावस्या/लक्ष्मी पूजन/दीपमालिका प्रज्वलन
यात्रा शकुन-शुक्रवार को मीठा दही खाकर यात्रा पर निकलें।
आज का मंत्र-ॐ द्रां द्रीं द्रौं स: शुक्राय नम:।
आज का उपाय-प्रदोष काल में लक्ष्मी पूजन कर दीपमालिका प्रज्वलन करें।
वनस्पति तंत्र उपाय-गूलर के वृक्ष में जल चढ़ाएं।

02 नवंबर 2024, शनिवार के शुभ मुहूर्त
 
शुभ विक्रम संवत्-2081, शक संवत्-1946, ईस्वी सन्-2024
संवत्सर नाम-कालयुक्त
अयन-दक्षिणायण
मास-कार्तिक  
पक्ष-शुक्ल
ऋतु-हेमन्त
वार-शनिवार
तिथि (सूर्योदयकालीन)-प्रतिपदा
नक्षत्र (सूर्योदयकालीन)-विशाखा
योग (सूर्योदयकालीन)-आनन्द
करण (सूर्योदयकालीन)-किंस्तुघ्न
लग्न (सूर्योदयकालीन)-तुला
शुभ समय- 7:30 से 10:45, 12:20 से 2:00
राहुकाल-प्रात: 10:30 से 12:00 बजे तक
दिशा शूल-वायव्य 
योगिनी वास-पूर्व
गुरु तारा-उदित
शुक्र तारा-उदित
चंद्र स्थिति-वृश्चिक
व्रत/मुहूर्त-अन्नकूट/श्री गोवर्धन पूजा/त्रिपुष्कर योग/गुजराती नववर्ष प्रारंभ
यात्रा शकुन-शर्करा मिश्रित दही खाकर घर से निकलें।
आज का मंत्र-ॐ प्रां प्रीं प्रौं स: शनयै नम:।
आज का उपाय-शनि मंदिर में साबुत उड़द चढ़ाएं। 
वनस्पति तंत्र उपाय-शमी के वृक्ष में जल चढ़ाएं।

03 नवंबर 2024, रविवार के शुभ मुहूर्त
 
शुभ विक्रम संवत्-2081, शक संवत्-1946, ईस्वी सन्-2024
संवत्सर नाम-कालयुक्त
अयन-दक्षिणायण
मास-कार्तिक
पक्ष-शुक्ल
ऋतु-हेमन्त
वार-रविवार
तिथि (सूर्योदयकालीन)-द्वितीया
नक्षत्र (सूर्योदयकालीन)-अनुराधा
योग (सूर्योदयकालीन)-सौभाग्य
करण (सूर्योदयकालीन)-बालव
लग्न (सूर्योदयकालीन)-तुला
शुभ समय-9:11 से 12:21, 1:56 से 3:32 
राहुकाल- सायं 4:30 से 6:00 बजे तक
दिशा शूल-पश्चिम 
योगिनी वास-उत्तर
गुरु तारा-उदित
शुक्र तारा-उदित
चंद्र स्थिति-वृश्चिक
व्रत/मुहूर्त-भ्रात द्वितीया (भाई दूज)/यम द्वितीया/यमुना स्नान
यात्रा शकुन-इलायची खाकर यात्रा प्रारंभ करें।
आज का मंत्र-ॐ घृणि: सूर्याय नम:।
आज का उपाय-किसी विप्र को सवाकिलो गुड़ भेंट करें।
वनस्पति तंत्र उपाय-बेल के वृक्ष में जल चढ़ाएं।
 
(निवेदन-उपर्युक्त विवरण पंचांग आधारित है पंचांग भेद होने पर तिथि/मुहूर्त/समय में परिवर्तन होना संभव है।)
 
-ज्योतिर्विद् पं. हेमन्त रिछारिया
प्रारब्ध ज्योतिष परामर्श केन्द्र
सम्पर्क: [email protected]

ALSO READ: Chhath Puja 2024: इन चीजों के बिना अधूरा है छठ पर्व, पढ़ें संपूर्ण सामग्री की लिस्ट

वेबदुनिया पर पढ़ें

सम्बंधित जानकारी