7 जून: 18 मई से 7 जून तक मंगल और राहु का षडाष्टक योग रहेगा इसके बाद शनि और मंगल का षडाष्टक योग बनेगा जो 28 जुलाई तक रहेगा। इस बीच भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव बना रहेगा। 18 मई को राहु का कुंभ में और केतु का कन्या में गोचर हो रहा है। इसके गोचर के 15 से 20 दिनों बाद भी युद्ध की संभावना बन सकती है। केतु के कारण देश और दुनिया में हर कार्य में रुकावटें आ सकती हैं। लोगों के बीच वैचारिक मतभेद बढ़ेगा।
18 अक्टूबर: 14 मई 2024 बुधवार को रात्रि 11 बजकर 20 मिनट पर बृहस्पति ग्रह वृषभ से निकलकर मिधुन राशि में प्रवेश करेंगे। कुछ पंचांग के अनुसार 15 मई की रात 02 बजकर 30 मिनट पर बृहस्पति मिथुन राशि में गोचर करेंगे। मिथुन राशि में बृहस्पति 18 अक्टूबर 2025 तक रहेंगे और इसके बाद तेज गति से कर्क राशि में चले जाएंगे। कर्क में बृहस्पति नीच के हो जाते हैं। नीच के होकर बुरा फल देंगे। ऐसी आशंका है कि तब भारत और पाकिस्तान के बीच फिर से उकसावे की कार्रवाई के बाद तनाव उत्पन्न हो सकता है।
5 दिसंबर: 11 नवंबर 2025 को गुरु ग्रह वक्री हो जाएंगे और 5 दिसंबर 2025 को पुनः मिथुन राशि में वापस लौट आएंगे। इसके बाद, गुरु 2 जून 2026 तक मिथुन राशि में रहने वाले हैं। इस तरह मार्गी और वक्री का उनका गोचर चलता रहेगा।