Ram Mandir Ayodhya : 22 जनवरी को ही क्यों हो रहा है राम मंदिर का उद्घाटन, जानिए ज्योतिषीय कारण

WD Feature Desk

शनिवार, 20 जनवरी 2024 (12:47 IST)
Ram mandir udghatan ayodhya Muhurat 2024: 22 जनवरी 2024 को अयोध्या में मर्यादा पुरुषोत्तम भगवान श्रीराम की जन्मभूमि पर बन रहे भव्य राममंदिर में रामलला की प्राण प्रतिष्ठा होगी। इस समय को लेकर कई विद्वान सवाल उठा रहे हैं कि यह दिन ही चुना गया? और भी तो खास मुहूर्त हो सकते थे। दूसरा यह कि मंदिर का शिखर नहीं बना है और उस पर कलश भी स्थापित नहीं है। ऐसे में प्राण प्रतिष्ठा करना उचित नहीं है।
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22 जनवरी 2024 सोमवार का दिन सबसे शुभ क्यों?
इस संबंध में इंदौर के विद्वान पंडित अभिषेक पाण्डेय जी को वाराणसी रामघाट के श्रीवल्लभराम शालिग्राम सांगवेद विद्यालय के विद्वान परीक्षाधिकारिमंत्री पंडित श्री गणेशश्‍वरशस्त्री द्राविड़ जी ने उत्तर दिया था जो संक्षिप्त में यहां प्रस्तुत है- 
 
पहले प्रश्न के अनुसार 22 जनवरी 2024 का दिन सबसे शुभ है क्योंकि पौष शुक्ल पक्ष द्वादशी सोमवार के दिन मृगशीर्ष नक्षत्र के दिन सर्वोत्तम मुहूर्त है। इसमें लग्नस्थ गुरु की दृष्टि पंचम, सप्तम एवं नवम पर होने से यह मुहूर्त उत्तम है। मकर का सूर्य पौष मास के दोष को समाप्त करता है। इस वक्त सूर्य उत्तरायण है जो कि शुभ समय है। इसके बाद की सभी दिनांकों और तिथियों का अध्ययन करने से यह ज्ञात होता है कि हर तिथि में कुछ न कुछ दोष निर्मित हो रहा है। 25 जनवरी, 14 मार्च, 9 अप्रैल, 17 अप्रैल रामनवी का दिन, 24 अप्रैल, 28 अप्रैल, 5 मई, 7 जुलाई, 17 जुलाई, 2 नवंबर, 3 दिसंबर आदि सभी शुभ तारीखों में कुछ न कुछ दोष होने के कारण ही 22 जनवरी 2024 को दिन तय किया गया।
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दूसरा प्रश्‍न यह कि मंदिर का शिखर नहीं बना फिर क्यों की जा रही है प्राण प्रतिष्ठा के उत्तर में कहा गया कि मंदिर का गर्भगृह पूर्णत: निर्मित है, जिसका वास्तु शांति करने के बाद प्राण प्रतिष्ठा की जा सकती है। शिखर निर्माण के बाद अलग मुहूर्त में कलश स्थापित किया जा सकता है। यह सभी जानते हैं कि पहली मंजिल बन जाने के बाद वास्तु पूजा करके गृह प्रवेश किया जा सकता है। बाद में दूसरी मंजिल बनाई जाती है। यह किसी भी तरह से शास्त्र विरुद्ध नहीं है।
 
इस दिन रहेगा मृगशिरा नक्षत्र : विद्वानों के मुताबिक संपूर्ण राष्ट्र के लिए यह दिन बड़ा ही महत्वपूर्ण है क्योंकि मृगशिरा नक्षत्र कृषि कार्य, व्यापार, विदेश यात्रा के लिए बहुत भी उत्तम माना जाता है। हमारा भारत देश विशेष रूप से कृषि प्रधान देश है और अयोध्या में रामलला की प्राण- प्रतिष्ठा के साथ हमारे राष्ट्र का भी कल्याण होगा।
 
84 सेकंड का शुभ मुहूर्त : 22 जनवरी 2024 सोमवार को अभिजीत मुहूर्त दोपहर 12.11:32 बजे से 12.54:4 बजे तक रहेगा। इस बीच 12 बजकर 29 मिनट और 8 सेकंड से मूल मुहूर्त प्रारंभ होगा, जो 12 बजकर 30 मिनट और 32 सेकंड तक चलेगा।
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22 जनवरी 2024 को रहेंगे 4 महायोग :  
सर्वार्थ सिद्धि योग- प्रातः काल 7.14 बजे से अगले दिन 23 जनवरी को सवेरे 4.58 बजे से रहेंगे।
अमृत सिद्धि योग- प्रातः काल 7.14 बजे से अगले दिन 23 जनवरी को सवेरे 4.58 बजे से रहेंगे।
रवि योग- 22 जनवरी की सवेरे 4.58 बजे से अगली सुबह 7.13 बजे तक रहेगा।
एन्द्र योग- 08:45:48 तक ब्रह्म योग इसके बाद एन्द्र योग रहेगा जो अगले दिन 08:03:38 तक रहेगा।
विडाल योग: इस दिन विडाल योग भी रहेगा।
 
सूर्य उदय : सुबह 07:14
सूर्यास्त : शाम 05:52
चंद्रोदय : दोपहर 02:39
चंद्रास्त : शाम  05:27 
मृगशिरा नक्षत्र : प्रात: 04:58 से प्रारंभ होकर अगले दिन तक।
तिथि: पौष शुक्ल द्वादशी
विक्रम संवत: संवत: 2080
अयन : उत्तरायण
मास : पौष मास
सूर्य गोचर : मकर
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22 जनवरी 2024 शुभ मुहूर्त:-
ब्रह्म मुहूर्त- प्रात: 05:27 से 06:20 तक।
प्रातः पूजा : प्रात: 05:53 से 07:14 तक।
अभिजीत मुहूर्त: दोपहर 12:11 से 12:54 तक।
विजय मुहूर्त : दोपहर 02:19 से 03:01 तक।
गोधूलि मुहूर्त : शाम 05:49 से 06:16 तक। 
संध्या पूजा : शाम 05:52 से 07:12 तक।
अमृत काल : रात्रि 07:46 से 09:26 तक।
निशिता मुहूर्त : रात्रि 12:06 से 12:59 तक।
 
दिन का शुभ चौघड़िया:
अमृत : सुबह 07:14 से 08:33 तक।
शुभ : सुबह 09:53 से 11:13 तक।
लाभ : दोपहर 03:12 से 04:32 तक।
अमृत : दोपहर 04:32 से शाम 05:52 तक।
 
रात का शुभ चौघड़िया:
लाभ : रात्रि 10:52 से 12:32 तक।
 
(समाप्त)

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