गणेश मंत्र और आपकी राशि

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गणपति गणतंत्र के, गणों के व शुभ संकल्प पूर्ति के आदि देव माने गए हैं। समस्त शुभ व मांगलिक कार्यों में प्रथमतः भगवान गणेश का स्मरण कर उन्हें पूजा जाता है। भारतीय गणतंत्र में आदि पूज्य गणेश गणनायक व गणाधिपति होने से श्रद्धाभाव से पूजे जाते हैं। ज्योतिषाचार्य धमेंद्र शास्त्री के मुताबिक अपनी राशिनुसार की जाने वाली गणेश आराधना तुरंत फल देती है।

आइए अपनी राशिनुसार करें भगवान गणेश की आराधना।

मेष व कर्क राशि वालों को 'वक्रतुण्ड' रूप में गणेश जी की आराधना 'ॐ वक्रतुण्डाय हूं' के जप से करनी चाहिए।

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वृषभ, तुला एवं कुंभ, मकर राशि वाले व्यक्ति 'शक्ति विनायक' गणेश की आराधना के लिए 'ॐ हीं ग्रीं हीं' मंत्र का जप करें।

मिथुन व सिंह, कन्या राशि वाले 'लक्ष्मी गणेश' स्वरूप की आराधना के लिए 'ॐ गं गणपतये नमः' मंत्र जपें।

वृश्चिक राशि वाले जातक 'श्वेतार्क गणेश' की पूजा करें व 'ॐ नमो भगवते विनायकाय प्रसन्नाय हीं स्वाहा' मंत्र जपें।

धनु राशि वाले 'लक्ष्मी गणेश' की आराधना कर 'ॐ श्रीं गं सौभाग्य गणपतये वर वरद सर्वजनं वशमानय स्वाहा' का जाप करें।

मीन राशि वाले जातक 'हरिद्रा गणेश' की पूजा करें व 'ॐ गं गणपतये नमः' मंत्र का जाप करें।

उपरोक्त मंत्रानुसार भगवान गणेश की आराधना करने से जातक सभी कष्टों से मुक्ति पाता है और मन में शांति का अनुभव करता है।

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