Pearl for Stress relief : तनाव और क्रोध आज की भागदौड़ भरी जिंदगी का हिस्सा बन गए हैं। ये दोनों न केवल मानसिक स्वास्थ्य पर असर डालते हैं बल्कि हमारे शारीरिक स्वास्थ्य को भी प्रभावित करते हैं। आयुर्वेद और ज्योतिष में मोती को इन समस्याओं का समाधान माना गया है। मोती धारण करने से मन को शांति मिलती है और जीवन में सकारात्मकता आती है। आइए जानते हैं कि यह कैसे मदद करता है।
मोती धारण करने का महत्व
मोती न केवल एक खूबसूरत रत्न है बल्कि इसे मानसिक शांति और स्थिरता के लिए बहुत प्रभावी माना गया है। यह चंद्रमा से संबंधित रत्न है, जो हमारी भावनाओं और मानसिक स्थिति को नियंत्रित करता है। ज्योतिष के अनुसार, मोती धारण करने से नकारात्मकता कम होती है और सकारात्मक ऊर्जा का प्रवाह बढ़ता है।
तनाव और क्रोध को कम करने में मोती की भूमिका मानसिक शांति:
मोती मन को शांत करने में मदद करता है। जब आप तनावग्रस्त या क्रोधित होते हैं, तो मोती आपकी ऊर्जा को संतुलित करता है और दिमाग को ठंडा रखता है।
नींद में सुधार:
तनाव और क्रोध नींद पर गहरा असर डालते हैं। मोती धारण करने से नींद की गुणवत्ता बेहतर होती है, जिससे मन और शरीर दोनों को आराम मिलता है।
सकारात्मकता बढ़ाना:
मोती धारण करने से आपके जीवन में सकारात्मकता आती है। यह आत्मविश्वास को बढ़ावा देता है और आपको मानसिक रूप से मजबूत बनाता है।
मोती धारण कैसे करें?
सही समय और दिन: ज्योतिष के अनुसार, मोती को सोमवार के दिन धारण करना शुभ होता है।
सही धातु: इसे चांदी या सफेद सोने की अंगूठी में जड़वाकर पहनें।
सही मंत्र: मोती धारण करने से पहले "ॐ सोमाय नमः" मंत्र का जाप करें। यह मंत्र चंद्रमा की सकारात्मक ऊर्जा को आकर्षित करता है।
मोती न केवल आपकी मानसिक स्थिति को सुधारता है बल्कि यह आपके व्यक्तित्व में भी निखार लाता है। यदि आप तनाव और क्रोध से परेशान हैं, तो मोती धारण करना आपके लिए फायदेमंद हो सकता है। यह एक सरल उपाय है, जो आपके जीवन को खुशहाल बना सकता है।
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