शुभ समय- प्रातः 7:30 से 9:00 तक, दोपहर 12:00 से 4:30 तक।
सुझाव- आज प्रात:काल स्नान के पूर्व एक स्टील के कटोरे में शुद्ध जल भरें। उसमें थोड़ा सा गंगाजल, थोड़े काले तिल, सरसों के तेल की 1-2 बूंद डालें एवं थोड़ी सी शक्कर के दाने डालें। फिर इस जल को अच्छी तरह मिला लें। तत्पश्चात जल को देखते हुए 8 बार शनिदेव का मूल मंत्र- 'ॐ शं शनैश्चराय नमः' का जाप करें। तत्पश्चात उस जल को घर से बाहर पश्चिम दिशा में किसी पेड़ के नीचे डाल दें। इस प्रयोग से आपके जीवन की कई प्रकार की शारीरिक, मानसिक, आर्थिक एवं कानूनी परेशानियां दूर होने लगेंगी।