ज्योतिष के अनुसार ग्रह की परिभाषा अलग है। भारतीय ज्योतिष और पौराणिक कथाओं में नौ ग्रह गिने जाते हैं, सूर्य, चन्द्रमा, बुध, शुक्र, मंगल, गुरु, शनि, राहु और केतु।
* मंगल को भौम यानी भूमि का पुत्र भी कहा जाता है।
* मंगल ऊर्जावान कार्रवाई, आत्मविश्वास और अहंकार का प्रतिनिधित्व करते हैं।
* मंगल युद्ध के देवता हैं और ब्रह्मचारी हैं।
* मंगल, लाल ग्रह मंगल के देवता हैं।
* मंगल भेड़ के वाहन पर सवार हैं।
* मंगल हाथों ने गदा, त्रिशूल, अभयमुद्रा तथा वरमुद्रा धारण की हुई है।
* सामान्य मंत्र- 'ॐ अं अंगारकाय नम:' है।
* मंगल की शांति के लिए मंगलवार व्रत और हनुमान चालीसा का पाठ करना चाहिए तथा शिव उपासना करनी चाहिए।