पंचमी तिथि की अधिष्ठात्री देवी स्कन्द माता हैं। जिन व्यक्तियों को संतानाभाव हो, वे माता की पूजन-अर्चन तथा मंत्र जप कर लाभ उठा सकते हैं। मंत्र अत्यंत सरल है -
'ॐ स्कन्दमात्रै नम:।।'
निश्चित लाभ होगा।
FILE
वे लोग, जो दारिद्रय का दुख भोग रहे हों, निम्न मंत्र का जप करें। नवरात्रि में 11-21-51 माला नित्य जप कर मंत्र सिद्ध करें। उपरांत नित्य एक माला जप कर दारिद्रय को छू कर दें। आवश्यकता है श्रद्धा एवं विश्वास की। मंत्र-
ऐसी स्त्रियां जिनकी पत्रिका में वैधव्य योग हो या उनके पति की पत्रिका में कम उम्र का अंदेशा हो, वे निम्न मंत्र की 11 माला तथा नीचे दूसरे लिखे मंत्र की 1+1 माला आगे-पीछे नित्य करें। देवी का पूजन रक्त पुष्पों से करें।
(1) 'ॐ ॐ ह्रीं ॐ क्रीं ह्रीं ॐ स्वाहा।' 11 माला करना है।