Krishna Mantra: केशव मास यानी मार्गशीर्ष महीने में भगवान श्री कृष्ण का पूजन तथा उनके मंत्रों का जाप करने से मनुष्य का दुख-दरिद्रता से उद्धार होता है। उनके जीवन के सब क्लेश दूर हो जाते हैं, जिन परिवारों में गृह कलह-क्लेश के कारण अशांति का वातावरण रहता हो, उस घर के लोग यदि मार्गशीर्ष माह में निम्न मंत्रों का अधिकाधिक जाप करें तो सभी समस्याओं से मुक्ति संभव है।
यदि किसी कारणवश इस पूरे माह में आप उनके मंत्रों का जाप नहीं कर सकते तो कम से कम गीता जयंती पर्व या मोक्षदा एकादशी के दिन इन मंत्रों का जाप अवश्य करें। आइए जानते हैं यहां श्री कृष्ण के 10 खास मंत्र-
1. नि:संतान दंपत्ति के लिए मंत्र-
जिन परिवारों में संतान सुख न हो कुंडली में बुध और गुरु संतान प्राप्ति में बाधक हों तब पति-पत्नी दोनों को तुलसी की शुद्ध माला से पवित्रता के साथ 'संतान गोपाल मंत्र' का नित्य 108 बार जप करना चाहिए या विद्वान ब्राह्मणों से सवा लाख जप करवाने चाहिए-
मंत्र- देवकीसुत गोविन्द वासुदेव जगत्पते। देहि मे तनयं कृष्ण त्वामहं शरणं गत:।।
2. हर परिस्थिति में विजयी दिलाने वाला मंत्र-
जीवन में आने वाली विपरीत परिस्थितियों में विजय प्राप्त करने के लिए श्रीमद्भगवद्गीता के इस श्लोक को पढ़ना चाहिए-
मंत्र- यदा यदा हि धर्मस्य ग्लानिर्भवति भारत। अभ्युत्थानमधर्मस्य तदात्मानं सृजाम्यहम्।।
3. संपत्ति का स्वामी बनाता है यह कृष्ण मंत्र
संपत्ति प्राप्त करने के लिए प्रतिदिन पढ़ें यह मंत्र-
विद्या, बुद्धि, पढ़ाई में सफलता के लिए प्रतिदिन पढ़ें यह मंत्र-
मंत्र- ॐ कृष्ण कृष्ण महाकृष्ण सर्वज्ञ त्वं प्रसीद मे। रमारमण विद्येश विद्यामाशु प्रयच्छ मे॥
5. लव मैरिज का मंत्र-
जिन लड़कों का विवाह नहीं हो रहा हो या प्रेम विवाह में विलंब हो रहा हो, उन्हें शीघ्र मनपसंद विवाह के लिए श्रीकृष्ण के इस मंत्र का 108 बार जप करना चाहिए-
शीघ्र संतान प्राप्ति के लिए घर में श्रीकृष्ण के बालस्वरूप लड्डूगोपालजी की प्रतिमा स्थापित करनी चाहिए। अनेक पुराणों में वर्णित संतान प्राप्ति का यह सबसे सहज उपाय है। कान्हा जैसी सुंदर संतान के लिए इस मंत्र का उच्चारण करें-
जिन कन्याओं का विवाह नहीं हो रहा हो या विवाह में विलंब हो रहा हो, उन कन्याओं को श्री कृष्ण जैसे सुंदर पति की प्राप्ति के लिए माता कात्यायनी के इस मंत्र का जप वैसे ही करना चाहिए जैसे द्वापर युग में श्री कृष्ण को पति रूप में पाने के लिए गोकुल की गोपियों ने किया था।
मंत्र- कात्यायनि महामाये महायोगिन्यधीश्वरि। नन्दगोपसुतं देवि पतिं मे कुरू ते नम:।।
8. समस्त दुखों से छुटकारा पाने का मंत्र-
दुख या क्लेश के निवारण के लिए श्रीकृष्ण का ध्यान करते हुए 11 बार निम्नलिखित मंत्र का जप एकाग्रचित्त होकर करना चाहिए-