1. पहला, उस दिन भद्रा न हो क्योंकि भद्रा का ही एक दूसरा नाम विष्टि करण भी है, जो 11 कारणों में से एक है। और एक करण तिथि के आधे भाग के बराबर होता है।
3. होलिका दहन शुभ और शुद्ध मुहूर्त में ही होना चाहिए।
4. होली के पूजन में नारियल और गेंहू की बालियां चढ़ाना सबसे शुभ और शास्त्रसम्मत माना गया है।