मानेंं या न मानें नजर तो लगती है... पढ़ें 7 पारंपरिक उपाय

अचानक से आपकी प्रसिद्धि, लोकप्रियता और खुशियां लोगों के ईर्ष्या का कारण बन जाती है। कई बार जैसे जीवन की चलती गाड़ी को किसी ने झटके से ब्रेक लगा दिया हो ऐसा महसूस होता है। जानकार कहते हैं कि आप मानेंं या न मानेंं नजर तो लगती है। कुछ लोग मुंह पर तो प्रशंसा करते हैं पर मन ही मन में आपकी तरक्की से जल-भून जाते हैं ऐसे लोगों की डाह आपके जीवन को प्रभावित करती है। बच्चों की खूबसूरती और मासूमियत पर भी नजर लगती है। 
1.मासूम बच्चों को नजर ज्यादा लगती है क्योंकि वे सरल-सहज और कोमल होते हैं इसीलिए उनकी नजर भगवान पर चढ़े नाजुक फूल, शकर, नमक या पानी भरे कलश या दूध से उतारी जाती है।
 
2. नमक, राई, राल, लहसुन, प्याज के सूखे छिलके व सूखी मिर्च अंगारे पर डालकर उस आग को रोगी के ऊपर सात बार घुमाने से बुरी नजर का दोष मिटता है।
 
3.  शनिवार के दिन हनुमान मंदिर में जाकर उनके कंधे पर से सिंदूर लाकर नजर लगे हुए व्यक्ति के माथे पर लगाने से बुरी नजर का प्रभाव कम होता है।
 
4. खाने के समय भी किसी व्यक्ति को नजर लग जाती है। ऐसे समय इमली की तीन छोटी डालियों को लेकर आग में जलाकर नजर लगे व्यक्ति के माथे पर से सात बार घुमाकर पानी में बुझा देते हैं और उस पानी को रोगी को पिलाने से नजर दोष दूर होता है।
 
5. भोजन पर लगी नजर किसी विशेष सामग्री के प्रति अरूचि पैदा कर देती है। तैयार भोजन में से थोड़ा-थोड़ा एक पत्ते पर लेकर उस पर गुलाब छिड़ककर रास्ते में रख दे। फिर खाना खाएं। नजर उतर जाएगी।
 
6. नजर लगे व्यक्ति को पान में गुलाब की सात पंखुड़ियां रखकर खिलाएं। नजर लगा हुआ व्यक्ति इष्ट देव का नाम लेकर पान खाएं। बुरी नजर का प्रभाव दूर हो जाएगा।
 
7. लाल मिर्च, अजवाइन और पीली सरसों को मिट्‍टी के एक छोटे बर्तन में आग लेकर जलाएं। फिर उसकी धूप नजर लगे बच्चे को दें। किसी प्रकार की नजर हो ठीक हो जाएगी।

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