कार्तिक मास की कृष्ण पक्ष की चतुर्थी तिथि को करवा चौथ का पर्व मनाया जाता है। इसे चंद्रोदय व्यापिनी चतुर्थी (अर्थात उस चतुर्थी की रात्रि को जिसमें चंद्रमा दिखाई देने वाला है) कहा जाता है। उस दिन सुहागिन महिलाएं अपने सुहाग की लंबी आयु, अच्छा आरोग्य तथा सौभाग्य का संकल्प लेकर दिनभर निराहार रहकर उपवास करती है।
इस दिन भगवान शिव तथा मां पार्वती, स्वामी कार्तिकेय तथा भगवान श्रीगणेश एवं चंद्रमा का पूजन करने का विधान है। इनके पूजन के दौरान निम्न मंत्रों का जाप करना विशेष फलदायी रहता है। अत: करवा चौथ के दिन इन मंत्रों का जाप अवश्य किया जाना चाहिए।