सदा निरोगी रहना है तो अवश्य पढ़ें मां जगदम्बा के ये सरलतम मंत्र...

* अपनी बीमारी के अनुसार जपें दुर्गा माता के मंत्र, समस्त व्याधियां होंगी दूर... 
* आपको स्वस्थ व सुखी रखेंगे मां जगदम्बा के ये सरलतम मंत्र...
 
जगत-जननी मां जगदम्बा अपने भक्तों पर हमेशा अनन्य कृपा दर्शाती हैं। मां ऐसी होती हैं, जो अपने हर बच्चे को स्नेह-प्यार व दुलार बराबर देती हैं। उसके आंचल में बच्चों के लिए हमेशा प्यार व आशीर्वाद की जगह रहती है। 

नौ ग्रहों को नियंत्रित करते हैं मां दुर्गा के नौ स्वरूप
 
देवी प्रपन्नार्तिहरे प्रसीद मातर्जतोखिलस्य। 
प्रसीद विष्वेश्वरी पाहि विश्वम त्वमीश्वरी देवी चराचरस्य।। 
 
जगत-जननी मां जगदम्बा के चरणों में प्रणाम करते हुए मैं ये कहूंगा कि मां अपने भक्तों को स्वस्थ व सुखी रखती हैं। अपने अनेक रूप धारण कर अपने भक्तों व अपनी संतान की रक्षा करती हैं। 
 
नवदुर्गा के नौ स्वरूप पूजने से मिलते हैं विविध फल
 
नतेभ्य: सर्वदा भक्त्या चण्डिके दुरितापहे। 
रूपं देहि जयं देहि यशो देहि द्दिशो जहि।। 
सतुवदभ्यो भक्तिपूर्व त्वां चण्डिके व्याधिनाशिनी। 
रूपं देहि जयं देहि यशो देहि द्दिशो जहि।। 
 
पापों को दूर करने वाली चण्डिके! जो भक्तिपूर्वक तुम्हारे चरणों में सर्वदा मस्तक झुकाते हैं, उन्हें रूप दो, जय दो, यश दो और उनके काम-क्रोध आदि शत्रुओं का नाश करो।
 
रोगों का नाश करने वाली चण्डिके! जो भक्तिपूर्वक तुम्हारी स्तुति करते हैं, उन्हें रूप दो, यश दो, जय दो और उनके काम-क्रोध आदि शत्रुओं का नाश करो। 
 
ऐसी मां को भक्त स्मरण कर निम्न मंत्रों की प्रतिदिन 1 माला का जाप करें व अपने पास जाप करते समय पानी रख लें। जाप होने के पश्चात उस पानी को ग्रहण कर लें, भगवती आपको स्वस्थ कर देंगी। प्रत्येक मंत्र में मन शुद्ध व स्वच्छता होना आवश्यक है। 

मनोकामना पूर्ण करने वाली हरसिद्धि माता (देखें वीडियो)
 
 
 
अगले पृष्‍ठ पर पढ़ें मां भगवती के सरलतम मंत्र.... 
 

मंत्र...
 
मंत्र करते समय आप देवी के किसी भी रूप का ध्यान कर सकते हैं। पूर्ण विश्वास अवश्य फल देता है। आप आपकी कुलदेवी का भी स्मरण कर सकते हैं। 
 

 



आप पूर्ण शुद्धता से उपरोक्त मंत्रों का अपनी समस्या अनुसार जाप करें व नवरात्रि में सिद्ध कर लें। चिकित्सक से इलाज लेते हुए भी ये जाप कर सकते हैं। 

 

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