किसी भी शुभ मुहूर्त में सुबह जल्दी उठें। सभी नित्य कर्मों से निवृत्त हो जाएं। इसके बाद लाल रंग का कोई रेशमी कपड़ा लें। अब उस लाल कपड़े में पीले चावल के 21 दाने रखें। ध्यान रहें चावल के सभी 21 दाने पूरी तरह से अखंडित होना चाहिए यानि कोई टूटा हुआ दाना न रखें। उन दानों को कपड़े में बांध लें। लाल कपड़े में 21 पीले चावल के दाने बांधने के बाद धन की देवी माता लक्ष्मी की विधि-विधान से पूजन करें। पूजा में यह लाल कपड़े में बंधे चावल भी रखें। पूजन के बाद यह लाल कपड़े में बंधे चावल अपने पर्स में छिपाकर रख लें। ऐसा करने पर महालक्ष्मी की कृपा प्राप्त होती है और धन संबंधी मामलों में चल रही रुकावटें दूर हो जाती हैं।
शास्त्रों के अनुसार पीले चावल का उपयोग पूजन कर्म में करने से देवी-देवताओं की कृपा बहुत ही जल्द प्राप्त हो जाती है। किसी भी देवी-देवता को निमंत्रण देने के लिए चावल को पीला किया जाता है। पीले चावल देकर आमंत्रित किए गए हर भगवान अवश्य ही भक्त के घर पधारते हैं। यदि पर्स में पीले चावल रखेंगे तो महालक्ष्मी की कृपा हमेशा आप बनी रहेगी।