Navpancham Rajyog 2025: 24 अक्टूबर 2025 को गुरु (बृहस्पति) और बुध (मर्करी) के विशिष्ट संबंध से ज्योतिष का एक अत्यंत शुभ राजयोग 'नवपंचम योग' बन रहा है। इस शक्तिशाली राजयोग के बनने से कुछ राशियों के लिए धन, भाग्य और करियर के द्वार खुलेंगे। गुरु और बुध के नवपंचम योग से मुख्य रूप से उन 5 राशियों को लाभ मिलेगा, जिनकी कुंडली में यह संबंध अनुकूल भावों में बन रहा है।
नवपंचम राजयोग का निर्माण: यह योग तब बन रहा है जब ज्ञान और विस्तार के कारक देवगुरु बृहस्पति वर्तमान में कर्क राशि में गोचर कर रहे हैं और बुद्धि व वाणी के कारक बुध ग्रह 24 अक्टूबर 2025 को तुला राशि से निकलकर वृश्चिक राशि में गोचर किया है।
गुरु (कर्क राशि) वृश्चिक राशि से पंचम (5वाँ) भाव में हैं।
बुध (वृश्चिक राशि) कर्क राशि से नवम (9वाँ) भाव में हैं।
इस प्रकार, गुरु और बुध के बीच 5-9 (नवपंचम) का शुभ संबंध बन रहा है, जिसे ज्योतिष में नवपंचम राजयोग कहते हैं।
क्या होता है नवपंचम राजयोग?
नवपंचम योग (5-9 योग) एक अत्यंत शुभ और शक्तिशाली ज्योतिषीय योग है जो तब बनता है जब दो ग्रह एक-दूसरे से कुंडली के नवम (भाग्य/धर्म) और पंचम (बुद्धि/संतान/पूर्व पुण्य) भाव में स्थित होते हैं। यह योग मुख्य रूप से भाग्य (9वां भाव) और बुद्धि (5वां भाव) के बीच एक मजबूत और सामंजस्यपूर्ण संबंध स्थापित करता है। जिन राशियों के लिए यह योग बनता है, उन्हें अपने निर्णयों में सफलता, अचानक धन लाभ, संतान सुख और आध्यात्मिक उन्नति प्राप्त होती है।
नवपंचम राजयोग से लाभान्वित होने वाली 5 राशियां
1. मेष राशि (Aries): बुध आपकी कुंडली के आठवें भाव में और बृहस्पति का गोचर चतुर्थ भाव में हो रहा है। नवपंचम राजयोग मेष राशि के जातकों के लिए शुभकारी सिद्ध हो सकता है। आपको भौतिक सुखों की प्राप्ति हो सकती है, इस दौरान वाहन या प्रॉपर्टी खरीदने के योग हैं। लंबे समय से रुके व अटके काम पूरे होंगे। नौकरी में प्रमोशन/पदोन्नति का तोहफा मिल सकता है। आत्मविश्वास में तेजी से बढ़ोतरी होगी और आकस्मिक धन लाभ की प्राप्ति हो सकती है। परिवार में सुखों की बढ़ोतरी के साथ ही मानसिक शांति मिलेगी।
2. कर्क राशि (Cancer): देवगुरु बृहस्पति स्वयं आपकी राशि (लग्न) में हैं, और बुध आपके पंचम भाव (बुद्धि, संतान और रोमांस) में स्थित हैं। नवपंचम योग से आपको संतान पक्ष से कोई शुभ समाचार मिल सकता है। छात्र वर्ग को शिक्षा और प्रतियोगी परीक्षाओं में बड़ी सफलता मिलेगी। लव लाइफ और रोमांस के लिए भी यह समय शानदार है। आर्थिक मोर्चे पर लिए गए बुद्धिमानी भरे निर्णय भविष्य में लाभ देंगे।
3. वृश्चिक राशि (Scorpio): बुध आपकी राशि (लग्न) में गोचर कर रहा है, जबकि गुरु आपकी राशि से भाग्य और धर्म के भाव (नवम भाव) में हैं। यह राजयोग आपके लिए अभूतपूर्व भाग्य वृद्धि लेकर आया है। आपकी बुद्धि और निर्णय लेने की क्षमता तेज होगी। करियर में किए गए प्रयासों का सीधा और बड़ा फल मिलेगा। धार्मिक कार्यों में रुचि बढ़ेगी और पिता या गुरुजनों का पूरा सहयोग मिलेगा। अटके कार्य पूर्ण होंगे।
4. मकर राशि (Capricorn): बृहस्पति आपकी कुंडली के सातवें और बुध एकादश भाव में गोचर कर रहे हैं। इस नवपंचम राजयोग का बनना जातकों के लिए लाभकारी साबित हो सकता है। नौकरी में नए अवसर, पदोन्नति के साथ वेतनवृद्धि का तोहफा मिल सकता है। आय में वृद्धि होगी और व्यापार में अच्छा मुनाफा मिल सकता है। जमीन-जायदाद के मामलों में अपार सफलता मिलेगी; लंबे समय से अटका हुआ प्रॉपर्टी संबंधित काम पूरा हो सकता है। संतान की ओर से अच्छी खबर मिल सकती है। आय के साथ आत्मविश्वास में वृद्धि होगा।
5. मीन राशि (Pisces): गुरु (आपके राशि स्वामी) आपके पंचम भाव में हैं और बुध आपके नवम भाव (भाग्य) में हैं। यह योग मीन राशि के जातकों को कर्म और भाग्य का अद्भुत सहयोग देगा। आपको अचानक धन लाभ हो सकता है और आपकी आर्थिक स्थिति बेहद मजबूत होगी। जोखिम भरे कार्यों में भी सफलता प्राप्त करेंगे। यह समय लंबी दूरी की यात्राओं के लिए भी शुभ है जो लाभप्रद साबित होंगी।
ज्योतिषीय सलाह: नवपंचम योग का पूरा लाभ उठाने के लिए इन राशियों को अपनी वाणी और बुद्धि का प्रयोग सकारात्मक कार्यों में करना चाहिए।