Shani mangal ka shadashtak yog: वैदिक ज्योतिष में शनि को सबसे शक्तिशाली ग्रहों में से एक माना जाता है, जो एक राशि में लगभग ढाई साल तक रहते हैं। इस समय, 29 मार्च से मीन राशि में जाने के बाद वर्तमान में इसी राशि में वक्री अवस्था में हैं। 13 सितंबर को मंगल ने तुला राशि में गोचर करके शनि के साथ षडाष्टक योग बनाया है। यह योग 3 राशियों के लिए बेहद लाभकारी साबित हो सकता है।
षडाष्टक योग क्या है?
वैदिक ज्योतिष के अनुसार, जब दो ग्रह एक-दूसरे से 150 डिग्री (यानी छठे और आठवें भाव) पर स्थित होते हैं, तो षडाष्टक योग बनता है। इस समय शनि वक्री अवस्था में मीन राशि में और मंगल तुला राशि में विराजमान होंगे, जिससे यह योग बन रहा है। शनि की वक्री अवस्था के कारण इसका सकारात्मक प्रभाव देखने को मिल सकता है। यह षडाष्टक योग 3 राशियों के लिए विशेष रूप से शुभ फलदायी हो सकता है।
1. मेष राशि (Aries)
मेष राशि के जातकों के लिए यह योग बहुत ही लाभकारी साबित होगा।
धन लाभ: मंगल की दृष्टि धन भाव पर पड़ने से अचानक धन लाभ के योग हैं।
करियर और व्यापार: करियर में लंबे समय से चली आ रही परेशानियाँ खत्म होंगी। व्यापार में आप अपने प्रतिद्वंद्वियों को कड़ी टक्कर दे पाएंगे।
व्यक्तिगत जीवन: वैवाहिक जीवन सुखद रहेगा और रिश्तों में आ रही खटास दूर होगी।
2. मिथुन राशि (Gemini)
मिथुन राशि के जातकों के लिए शनि-मंगल का यह संयोग अनुकूल रहने वाला है।
आर्थिक स्थिति: आपकी मेहनत रंग लाएगी और व्यापार में अच्छा लाभ मिलेगा। गुरु बृहस्पति की दृष्टि से आपकी आय बढ़ेगी और आर्थिक स्थिति मजबूत होगी।
स्वास्थ्य: पुराने रोगों से मुक्ति मिलेगी।
नई शुरुआत: आप किसी नए काम की शुरुआत कर सकते हैं, जो भविष्य में फायदेमंद साबित होगा।
3. मीन राशि (Pisces)
मीन राशि के लिए यह षडाष्टक योग अनुकूल रहेगा।
करियर और नौकरी: आपकी मेहनत का फल मिलेगा। नौकरी में प्रमोशन और नए अवसर प्राप्त हो सकते हैं। नौकरी बदलने की सोच रहे हैं, तो यह समय सफलता दिलाने वाला है।
व्यापार: व्यापार में हो रहे नुकसान से राहत मिलेगी और नए ऑर्डर प्राप्त होंगे।
पारिवारिक और आर्थिक जीवन: पैतृक संपत्ति से लाभ मिलने के योग हैं। जीवनसाथी के साथ संबंध सुधरेंगे और स्वास्थ्य भी अच्छा रहेगा।