Venus Transit in Virgo 2025: शुक्र ग्रह का 9 अक्टूबर 2025 सुबह 10 बजकर 38 मिनट पर अपनी नीच राशि कन्या में गोचर हो गया है। यह प्रेम, धन, और सुख-सुविधाओं के कारक ग्रह की स्थिति को थोड़ा कमजोर करेगा। हालांकि, कन्या राशि में सूर्य की उपस्थिति के कारण कुछ राशियों के लिए नीच भंग राजयोग भी बन रहा है, जिससे सकारात्मक परिणाम मिल सकते हैं। यह गोचर सभी 12 राशियों पर कैसा प्रभाव डालेगा, इसका संक्षिप्त राशिफल यहां दिया गया है।
1. मेष (Aries): शुक्र का गोचर आपकी कुंडली के छठे भाव (शत्रु, रोग, ऋण) में हुआ है। आपको कार्यस्थल पर अपने विरोधियों और शत्रुओं से सतर्क रहना होगा। प्रेम संबंधों में छोटी-मोटी बातों पर तनाव संभव है। स्वास्थ्य पर ध्यान देना और खर्चों पर नियंत्रण रखना महत्वपूर्ण है। मेहनत और लगन से ही सफलता मिलेगी।
2. वृषभ (Taurus): शुक्र का गोचर आपकी कुंडली के पंचम भाव (शिक्षा, प्रेम, संतान) में हुआ है। यह गोचर आपके प्रेम संबंधों और रचनात्मकता के लिए अच्छा हो सकता है। यदि आप कला, लेखन या शिक्षा से जुड़े हैं तो लाभ मिलेगा। छात्रों को अच्छे परिणाम मिलेंगे। संतान संबंधी सुख मिल सकता है।
3. मिथुन (Gemini): शुक्र का गोचर आपकी कुंडली के चतुर्थ भाव (सुख, माता, वाहन) में हुआ है। सुख और भौतिक आराम में वृद्धि होगी। आप घर को सजाने या कोई नया वाहन खरीदने पर विचार कर सकते हैं। माता के साथ संबंध मधुर रहेंगे। नौकरी में अच्छी स्थिति बन सकती है, लेकिन कार्यक्षेत्र में अधिक मेहनत करनी होगी।
4. कर्क (Cancer): शुक्र का गोचर आपकी कुंडली के तृतीय भाव (पराक्रम, छोटे भाई-बहन, संचार) हुआ है। आपका पराक्रम और आत्मविश्वास बढ़ेगा। कार्यक्षेत्र में आपकी संवाद शैली प्रभावशाली रहेगी। छोटे भाई-बहनों से सहयोग मिलेगा। छोटी दूरी की यात्राएं हो सकती हैं, जो लाभदायक रहेंगी।
5. सिंह (Leo): शुक्र का गोचर आपकी कुंडली के द्वितीय भाव (धन, वाणी, कुटुंब) में हुआ है। आर्थिक स्थिति मजबूत होगी, और धन लाभ के नए रास्ते खुल सकते हैं। आपकी वाणी मधुर होगी, जिसका लाभ आपको सामाजिक और पारिवारिक जीवन में मिलेगा। पारिवारिक संबंधों में मधुरता आएगी।
6. कन्या (Virgo): शुक्र का गोचर आपकी कुंडली के प्रथम भाव (व्यक्तित्व, स्वास्थ्य) में हुआ है। यह गोचर आपकी अपनी राशि में है। आपके व्यक्तित्व में निखार आएगा और आकर्षण बढ़ेगा। विवाहित जीवन में मधुरता आ सकती है और अविवाहितों के लिए विवाह के प्रस्ताव मिल सकते हैं। स्वास्थ्य का ध्यान रखें। शुक्रादित्य योग से आपको आत्म-विकास में मदद मिलेगी।
7. तुला (Libra): शुक्र का गोचर आपकी कुंडली के द्वादश भाव (व्यय, हानि, विदेश) में हुआ है। यह गोचर खर्चों में वृद्धि कर सकता है, खासकर विलासिता और आराम की चीजों पर। विदेश से जुड़े मामलों में सफलता मिल सकती है। अपनी सेहत का ध्यान रखें। साझेदारी के मामलों में सोच-समझकर फैसला लें।
8. वृश्चिक (Scorpio): शुक्र का गोचर आपकी कुंडली के एकादश भाव (आय, लाभ, बड़े भाई-बहन) में हुआ है। आपकी आय में वृद्धि के योग हैं, और रुके हुए धन की प्राप्ति हो सकती है। आपकी इच्छाएं पूरी होंगी। सामाजिक दायरा बढ़ेगा और बड़े भाई-बहनों से लाभ मिलेगा। शुभ समय है।
9. धनु (Sagittarius): शुक्र का गोचर आपकी कुंडली के दशम भाव (कर्म, करियर, पिता) में हुआ है। करियर के क्षेत्र में सफलता और पहचान मिलेगी। आपको उच्च अधिकारियों का सहयोग प्राप्त होगा और पदोन्नति के योग बन सकते हैं। पिता के साथ संबंध मजबूत होंगे। कार्यस्थल पर आपकी मेहनत की सराहना होगी।
10. मकर (Capricorn): शुक्र का गोचर आपकी कुंडली के नवम भाव (भाग्य, धर्म, लंबी यात्रा) में हुआ है। भाग्य का साथ मिलेगा, जिससे अटके हुए काम पूरे होंगे। आप धार्मिक कार्यों में रुचि लेंगे और लंबी दूरी की यात्रा पर जा सकते हैं। उच्च शिक्षा के लिए समय उत्तम है।
11. कुंभ (Aquarius): शुक्र का गोचर आपकी कुंडली के अष्टम भाव (आयु, अचानक लाभ, अनुसंधान) में हुआ है। अचानक धन लाभ के योग बन सकते हैं, विशेषकर पैतृक संपत्ति या बीमा के माध्यम से। हालांकि, स्वास्थ्य के प्रति अधिक सचेत रहना होगा। किसी भी प्रकार के गुप्त या रहस्यमय कार्यों में रुचि बढ़ेगी।
12. मीन (Pisces): शुक्र का गोचर आपकी कुंडली के सप्तम भाव (विवाह, साझेदारी) में हुआ है। आपके वैवाहिक जीवन में बदलाव आ सकता है। यदि आप अविवाहित हैं, तो विवाह के योग बनेंगे। व्यावसायिक साझेदारी के लिए समय अनुकूल है, लेकिन पार्टनर के स्वास्थ्य का ध्यान रखें। संबंधों में व्यावहारिकता महत्वपूर्ण होगी।
डिस्क्लेमर: यह एक सामान्य गोचर फल है। आपकी कुंडली में शुक्र की स्थिति और अन्य ग्रहों के प्रभाव से इसका फल बदल सकता है।