Effects of Venus transit in Pisces: ज्योतिष शास्त्र में ऐश्वर्य के कारक ग्रह शुक्र का गोचर महत्वपूर्ण माना जाता है, शुक्र ग्रह भौतिक सुख, समृद्धि, ऐश्वर्य तथा धन के कारक ग्रह माने जाते हैं। वर्तमान में दैत्य गुरु शुक्र अपनी मित्र राशि कुंभ में गोचर कर रहे हैं सामान्यतः एक राशि पर शुक्र का गोचर 27 दिन का रहता है परंतु शुक्र ग्रह इस बार एक राशि पर 4 माह 3 दिन रहेंगे। 11 माह के पश्चात शुक्र अपनी उच्च राशि मीन में गोचर करेंगे। शुक्र का अपनी उच्च राशि में जाना बेहद शुभ माना जाता है। शुक्र देवगुरु की राशि मीन में प्रवेश करेंगे शुक्र तथा गुरु दोनों ग्रह धन के कारक ग्रह माने जाते हैं, अतः अर्थव्यवस्था में सुधार होगा तथा लोगों को धन लाभ होगा।ALSO READ: मंगल का मिथुन राशि में गोचर, इन 4 राशि वालों की चमकेगी किस्मत
शुक्र गोचर काल: 28 जनवरी 2025 को शुक्र अपनी मित्र की राशि कुंभ को छोड़कर अपनी उच्च राशि मीन में प्रवेश करेंगे तथा 31 मई 2025 तक मीन राशि में ही गोचर करेंगे। उसके पश्चात 31 मई 2025 को मेष राशि में प्रवेश करेंगे, शुक्र ग्रह 4 माह 3 दिन के लिए मीन राशि पर रहेंगे क्योंकि 2 मार्च को शुक्र ग्रह मीन राशि पर वक्री होंगे तथा 13 अप्रैल तक वक्री अवस्था में रहेंगे। उसके पश्चात 13 अप्रैल 2025 को मार्गी होंगे तथा 31 मई तक मीन राशि पर रहेंगे, इस कारण शुक्र इतने लंबे समय तक मीन राशि पर रहेंगे शुक्र का मीन राशि पर रहना मांगलिक कार्यों के लिए शुभ माना जाता है।
शुक्र का बाजार पर प्रभाव: शुक्र के प्रभाव से बाजार में तेजी का रुख रहेगा तथा समृद्धि बढ़ेगी, शुक्र के मीन राशि में रहने से फिल्मी जगत, सोने-चांदी, जवाहरात के आभूषणों में, सौंदर्य प्रसाधन जैसे कारोबार में तेजी का रुख रहेगा तथा शुक्र के मीन राशि में रहने से 6 राशियों वाले लोगों की किस्मत चमकेगी तथा आर्थिक लाभ होगा बाकी राशियों के लिए शुक्र सामान्य फल करेगा ।
1. मेष राशि: मेष राशि वाले जातकों के लिए शुक्र का गोचर द्वादश भाव में रहेगा। मेष राशि वालों के लिए शुक्र धन भाव तथा सप्तम भाव के स्वामी होकर द्वादश भाव में अपनी उच्च राशि में विराजमान होंगे। शुक्र का द्वादश भाव में रहना सुख, समृद्धि तथा ऐश्वर्य का कारक माना जाता है। शुक्र के गोचर के कारण मेष राशि वाले जातकों को धन लाभ होगा तथा जिन व्यक्तियों का विवाह नहीं हुआ है उनके लिए विवाह के प्रस्ताव आएंगे तथा जो व्यक्ति यात्रा करना चाहते हैं उनके लिए यात्रा के अवसर बनेंगे।ALSO READ: बुध का मकर राशि में गोचर, 3 राशियों को नौकरी और व्यापार में आएगी परेशानी
2. वृषभ राशि: वृषभ राशि वाले जातकों के लिए शुक्र का गोचर लाभ भाव में रहेगा, वृषभ राशि वालों के लिए शुक्र लग्न भाव के स्वामी होकर लाभ भाव में बैठेंगे अतः जातक को आय के नए अवसर प्राप्त होंगे तथा संतान सुख में भी वृद्धि हो सकती है, घूमने-फिरने वाले लोगों के लिए यह समय अनुकूल रहेगा तथा पर्यटन के लिए उनकी यात्रा हो सकती है।
3. कन्या राशि: कन्या राशि वाले जातकों के लिए शुक्र का गोचर सप्तम भाव में रहेगा। सप्तम भाव में शुक्र का गोचर दांपत्य जीवन में मधुरता लाएगा तथा विवाह के अवसर व्यक्ति को प्राप्त होंगे। सप्तम भाव को रोजगार का भाव भी माना जाता है इसलिए जातक को रोजगार के नए अवसर प्राप्त होंगे एवं आर्थिक लाभ होगा।
4. धनु राशि: धनु राशि वाले जातकों के लिए शुक्र का गोचर चतुर्थ भाव में रहेगा। चतुर्थ भाव में शुक्र अपनी उच्च राशि मीन में विराजमान होंगे। चतुर्थ भाव में शुक्र के रहने से जातक को वाहन सुख प्राप्त हो सकता है। ऐसे में व्यक्ति नए वाहन में खर्च करेगा तथा मित्रों का पूरा सहयोग व्यक्ति को प्राप्त होगा एवं माता से संबंध भी मधुर होंगे व्यक्ति को कार्य क्षेत्र में सफलता मिलेगी तथा कार्य क्षेत्र में यश प्राप्ति होगी।ALSO READ: बुध का मकर राशि में गोचर, 3 राशियों की नौकरी पर होगा सकारात्मक असर
5. मकर राशि: मकर राशि वाले जातकों के लिए शुक्र का गोचर तृतीय भाव में रहेगा। तृतीय भाव में शुक्र व्यक्ति के पराक्रम में वृद्धि करेगा तथा भौतिक सुख व्यक्ति को प्राप्त होंगे, शुक्र की पूर्ण दृष्टि भाग्य स्थान पर रहेगी अतः व्यक्ति के भाग्य में वृद्धि होगी तथा भाग्य का पूरा साथ मिलेगा व्यक्ति को यात्रा के अवसर भी पूर्ण रूप से प्राप्त होंगे।
6. कुंभ राशि: कुंभ राशि वाले जातकों के लिए शुक्र का गोचर द्वितीय भाव में रहेगा। द्वितीय भाव में शुक्र का रहना अत्यंत शुभ माना जाता है तथा द्वितीय भाव में शुक्र के रहने से व्यक्ति को कुटुंब का सुख प्राप्त होगा एवं व्यक्ति की वाणी मधुर होगी। द्वितीय भाव में शुक्र के होने से आर्थिक लाभ भी व्यक्ति को होगा।