Sun transit in Aries 2025: ज्योतिष शास्त्र के अनुसार सूर्य के राशि परिवर्तन को संक्रांति काल कहा जाता है। सौर वर्ष के अनुसार 1 साल में 12 संक्रांति काल होते हैं, इन संक्रांति काल को पुण्य काल भी कहा जाता है। प्रत्येक महीने में एक बार सूर्य का राशि परिवर्तन होता है, वर्तमान में सूर्य मीन राशि पर गोचर कर रहे हैं तथा राहु के साथ में ग्रहण योग के प्रभाव में है, जिसका नकारात्मक प्रभाव देश दुनिया में प्रत्येक व्यक्ति पर पड़ रहा है।
1. मेष राशि: मेष राशि के जातकों के लिए सूर्य का गोचर लग्न भाव में होगा, लग्न भाव में सूर्य के प्रवेश करने से इन राशि वालों का मान सम्मान व पराक्रम बढ़ेगा तथा आर्थिक लाभ भी हो सकता है। सूर्य की दृष्टि सप्तम भाव में होने के कारण जीवन साथी के साथ में मतभेद अथवा स्वास्थ्य में कुछ परेशानी हो सकती है।
2. मिथुन राशि: मिथुन राशि के जातकों के लिए सूर्य का गोचर एकादश भाव में होगा, लाभ भाव में सूर्य के प्रवेश करने से इन राशि वालों को आर्थिक लाभ हो सकता है तथा कार्यक्षेत्र में भी उन्नति होगी। लाभ भाव में सूर्य के रहने से आय की नई अवसर प्राप्त होंगे तथा संतान सुख में भी वृद्धि हो सकती है।
3. कर्क राशि: कर्क राशि के जातकों के लिए सूर्य का गोचर दशम भाव में होगा तथा दशम भाव में सूर्य के प्रवेश करने से इन राशि वालों को नौकरी के अवसर प्राप्त होंगे, दशम भाव में सूर्य के प्रभाव से पिता के साथ में मतभेद तथा पिता का स्वास्थ्य खराब हो सकता है, अतः व्यर्थ के विवाद से बचें। इन राशि वालों को पदोन्नति भी प्राप्त हो सकती है।
4. सिंह राशि: सिंह राशि के जातकों के लिए सूर्य का गोचर नवम भाव में होगा, धर्म स्थान में सूर्य के प्रवेश करने से इन राशि वाले लोगों की धार्मिक कार्यों में रुचि बढ़ेगी तथा भाग्य में भी वृद्धि होगी, लग्न भाव का स्वामी भाग्य स्थान में होने के कारण इन राशि वालों को भाग्य का पूरा लाभ मिलेगा तथा आर्थिक लाभ मिल सकता है।