अटल बिहारी वाजपेयी ने ऐसा क्यों कहा कि मैं अविवाहित हूं लेकिन कुंवारा नहीं?

Webdunia
बुधवार, 16 अगस्त 2023 (12:58 IST)
भारत के पूर्व प्रधानमंत्री और भारतीय जनता पार्टी के संस्थापकों में से एक श्री अटल बिहारी वाजपेयी जी अपनी वाकपटुता और हाज़िरजवाबी के लिए जाने जाते थे। वे अपने भाषणों को मजाकिया अंदाज में प्रस्तुत करते थे जिसे सुनने के लिए हर कोई बेताब रहता था। विपक्षी भी उनके भाषण सुनने के लिए हमेशा उत्सुक रहते थे। वाजपेयी जी ने शादी नहीं की तो इस बार भी एक सवाल किसी ने उनसे पूछा था।
 
अटल बिहारी वाजपेयी का जन्म 25 दिसंबर 1924 को ग्वालियर में हुआ था। उनका निधन 16 अगस्त 2018 में दिल्ली में हुआ था।

अविवाहित हूं लेकिन कुंवारा नहीं?
शादी न करने के सवाल पर उनका एक जवाब बहुत चर्चित है। उन्होंने कहा था, 'मैं अविवाहित हूं…" फिर अपना चिर-परिचत विराम लेकर बोले, "लेकिन कुंवारा नहीं।" उनके इस जवाब पर कई लोगों ने आश्चर्य व्यक्ति किया था तो कई लोगों ने ठहाके लगाए थे। 
 
दरअसल, एक महिला पत्रकार उनके कुंवारे रहने के रहस्य को लेकर उत्सुक थीं। बार-बार वो बहाने से उसी दिशा में बात का रुख़ मोड़ रही थीं। फिर उन्होंने सीधे ही पूछ लिया, "वाजपेयी जी आप अब तक कुंवारे क्यों हैं?"
 
अटलजी ने जवाब दिया, "आदर्श पत्नी की खोज में।" महिला पत्रकार ने फिर पूछा, "क्या वह मिली नहीं।" वाजपेयी ने थोड़ा रुककर कहा, "मिली तो थी लेकिन उसे भी आदर्श पति की तलाश थी।" इस पर जोदार ठहाके लगे थे। 
श्रीमती कौल : उल्लेखनीय है कि श्रीमती कौल नामक एक महिला अटल बिहारी वाजपेयी जी के साथ उनके आवास  पर रहती थीं। वाजपेयी की आलोचना करने वाले नेताओं और दलों ने भी कभी इस निजी मसले को राजनीति के मैदान में नहीं घसीटा, लेकिन एक पत्रकार ने इस पर सवाल कर लिया था।
 
1978 में वाजपेयी विदेश मंत्री के तौर पर चीन और पाकिस्तान जैसे देशों की यात्रा करके लौटे थे तो दिल्ली में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में वे चीन, वियतनाम, पाकिस्तान के कश्मीर प्रेम और दावे पर लोगों के सवालों का जवाब दे रहे थे। तभी एक युवा पत्रकार उदयन शर्मा ने अचानक एक सवाल पूछ लिया, "वाजपेयी जी, पाकिस्तान, कश्मीर और चीन की बात छोड़िए और ये बताइए कि मिसेज़ कौल का क्या मामला है?"
 
इस सवाल से प्रेस कॉन्फ्रेंस में अचानक चुप्पी छा गई। सब अटलजी को देखने लगे। उन्होंने मुंह को घुमाते-बनाते मुस्कुराती आंखों के साथ जवाब दिया, "कश्मीर जैसा मसला है।" ठहाकों के सा माहौल सामान्य हो गया। 

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