राजीव रंजन तिवारी

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कश्मीर से धारा 35-ए को रद्द नहीं किया गया है, फिर भी उसे लेकर छिड़ा बवाल इस बात का संकेत है कि यदि इस धारा को खत्म किया गया तो वहां जनविद्रोह की स्थिति...
बिहार के सीएम नीतीश कुमार को बिहार विधानसभा में बहुमत मिल गया। 131 विधायकों ने उनके समर्थन में वोट किया। आनन-फानन में महागठबंधन (राजद-जदयू-कांग्रेस) तोड़कर...
यह वही भीड़ है, जो चुनाव के वक्त भाजपा प्रत्याशियों के लिए वोट जुटाने का काम करती है। चुनाव खत्म होते ही इनके कंधे पर अघोषित रूप से गोरक्षा के नाम पर व...
26 मई को केन्द्र की नरेन्द्र मोदी सरकार के तीन वर्ष पूरे हो गए। इस दरम्यान सरकार ने क्या खोया और क्या पाया, यह अलग चर्चा का विषय है। फिलहाल, अहम यह है...
ब्रिटेन के उत्तरी शहर मैनचेस्टर स्थित एक म्यूज़िक कंसर्ट में हुआ बम धमाका अप्रत्याशित जैसा प्रतीत नहीं हो रहा है है, क्योंकि दिसम्बर 2016 में ही यूरोपीय...
केन्द्र की नरेन्द्र मोदी सरकार 26 मई को तीन वर्ष पूरे करने वाली है। स्वाभाविक है, सत्ताधारी दल से संबंधित लोग जश्न मनाने की तैयारी कर रहे होंगे। पर अफसोस...
सुप्रीम कोर्ट ने 27 अप्रैल को कहा था कि साल 2013 का लोकपाल और लोकायुक्त कानून व्यवहारिक है और इसका क्रियान्वयन लटकाकर रखना ठीक नहीं है। कानून के अनुसार,...
हिंसा से सुलगते जम्मू-कश्मीर के हालात लगातार बद से बदतर होते जा रहे हैं। राज्य के हालात की वजह से बीजेपी-पीडीपी गठबंधन के बीच बढ़ती दरार से यह प्रतीत हो...
पता नहीं क्यों नेताओं को प्रचार की भूख खत्म क्यों नहीं होती? स्वाभाविक है, इस प्रचार की भूख की वजह से जनता के पैसे का ही वारा-न्यारा होता है। खासकर सरकार...
आमतौर पर कहा जाता है, 'जैसी करनी, वैसी भरनी।' कांग्रेस के उपाध्यक्ष राहुल गांधी का आक्रामक तेवर केन्द्र सत्ताधारी भाजपा को बेचैन किए हुए है। दरअसल, देश...
मध्यम दर्जे के एक ब्रिटिश लेखक डेविड प्रिंसिज ने हाल ही में प्रकाशित अपनी एक पुस्तक ‘रिलिजियस डेमोक्रेसी’ में लिखा है कि 'किसी भी लोकतांत्रिक देश में होने...
छोटे और कमजोर लोगों के लिए आमतौर पर गांवों में एक कहावत कही जाती है- ‘देखन में छोटन लगे, घाव करे गंभीर।’ कुछ इसी तरह की बातें लोकतांत्रिक सियासत में भी...
देश किस दौर से गुजर रहा है? इस सवाल का जवाब कुछ भी देना खतरा से खाली नहीं है। 9 नवंबर 2016 से हर कोई औंधे मुंह दौड़ रहा है। सबका एक ही मुकाम और मंजिल है...
गोरक्षकों की कार्यशैली पर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) प्रमुख मोहन भागवत के बयान एक-दूसरे से मेल नहीं खा रहे हैं। इससे...
‘तुम इतना जो मुस्कुरा रहे हो, क्या गम है जिसको छुपा रहे हो?’ याद तो होगा ही। वर्ष 1983 में एक फिल्म आई थी ‘अर्थ’। उसी फिल्म के लिए इस कालजयी गजल को प्रख्यात...
भारतीय राजनीति में नए-नवेले प्रयोग और ग्लैमर का तड़का कोई नहीं बात नहीं है। इन सबके बावजूद लीक से हटकर कुछ अलग सोचने वाला राजनेता व कार्यकर्ता अपेक्षा...
आज 14 सितंबर यानी हिन्दी दिवस है। इस अवसर पर एक दिवसीय सभाएं, गोष्ठियां, वाद-विवाद आदि होंगे और फिर एक वर्ष तक का इंतजार रहेगा। 14 सितंबर 1949 को संविधान...