वाह 'हमारा बजाज', फतह कर ली दुनिया की सबसे कठिन रेस, रचा इतिहास...

संदीपसिंह सिसोदिया

बुधवार, 8 नवंबर 2017 (12:57 IST)
दुनियाभर में राईडिंग के शौकिनों के लिए दुर्गम इलाकों में होने वाली बाइक रेस में भाग लेना एक ऐसा सपना होता है जो कम ही बाइकर्स पूरा कर पाते हैं। इन यात्राओं में राइडर्स एक से बढ़कर एक अत्याधुनिक महंगी विदेशी बाइक्स से हिस्सा लेते हैं और ऊबड़-खाबड़, पथरीले और दुर्गम रास्तों पर अपनी जान जोखिम में डालते हुए मंजिल फतह करने के लिए रेस करते हैं। यूं तो इसके पहले भी कई भारतीय बाइकर्स ने इस प्रकार की रेस में भाग ले देश का नाम रोशन किया है लेकिन इस साल हाड़ कंपा देने वाले रूस के निर्जन बर्फीले ट्रांस साईबेरियन जैसी अत्यधिक कठिन रेस में एक भारतीय मोटर बाइक कंपनी बजाज ने ऐसा इतिहास रचा कि जानकर आप कह उठेंगे, वाह बजाज!! 
विश्व की सबसे कठिन मानी जानेवाली सड़क यात्रा ट्रांस-साइबेरियन ओडिसी में जीत हासिल करने वाली पहली भारतीय बाइक बनकर बजाज डोमिनर 400 ने इतिहास रच दिया। बजाज ऑटो ने मंगलवार को एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में बताया कि इस 55 दिवसीय यात्रा में छह देशों यानी उज्बेकिस्तान, ताजिकिस्तान, किर्गिजस्तान, जाकिस्तान, रूस और मंगोलिया की यात्रा के बाद वापस रूस तक का सफर तय करते हुए 15,600 किलोमीटर की दूरी तय की गई। यह रेस पहले से तय 55 दिनों के मुकाबले औसत 122 किमी स्पीड से 53 दिनों में ही पूरी कर ली।
 
कंपनी के मुताबिक इस यात्रा के दौरान प्रतिदिन हर तरह के इलाके में 390 किलोमीटर की हाइपर-राइडिंग करनी होती थी, जिसके अंतर्गत बेहद ऊंचाई पर स्थित दर्रे, घास के मैदान, नदी का तल, रेत, चट्टानी इलाके, धूल भरी पगडंडी, खड़ी ढलान, ढीली बजरी, तथा जमा देने वाले बेहद कम और खून सूखा देने वाले चरम तापमान के क्षेत्र शामिल हैं। कमाल की बात है रही कि यह पूरा सफर बिना बैकअप या सर्विस सपोर्ट के किया गया। 
 
ट्रांस-साइबेरियन ओडिसी यात्रा में बजाज डोमिनर 400 ने दुनिया के कुछ सबसे कठिन इलाकों की चढ़ाई की, जिसमें 3000 किलोमीटर का बेहद प्रसिद्ध रोड ऑफ बोन्स भी शामिल है। इस रेस में डोमिनर चेरिन केन्यन में फतह हासिल करने वाला एकमात्र भारतीय बाइक बन गई, चेरिन को ग्रेट कैन्यन के स्मॉल बी (छोटे भाई) कहा जाता है, इस खतरनाक कैन्यन में 45 डिग्री की ढलान पर 100 मीटर से भी अधिक ऊंचेऔर गहरे उतार-चढ़ाव बाइक राइडिंग को बेहद मुश्किल बनाते हैं। 
 
बजाज ने बताया कि इस कठिन चुनौती को पूरा किया तीन अनुभवी राइडरों- दीपक कामथ, दिलीप भट्ट और सुधीर प्रसाद ने। इस उपलब्धि के लिए तीनों हाइपर राइडर्स को बजाज ऑटो ने मंगलवार को मुंबई में सम्मानित किया। बजाज ऑटो लिमिटेड के अध्यक्ष (मोटरसाइकल बिजनस) ऐरिक वास ने इस मौके पर कहा, 'डोमिनर 400 ने लंबी दूरी की राइडिंग को नए सिरे से परिभाषित किया है। 
उन्होंने बताया कि ट्रांस-साइबेरियन ओडिसी की इस बेहद कठिन यात्रा को पूरा करने के लिए स्टॉक डोमिनर का उपयोग किया गया और इस दौरान इसके किसी भी बड़े पुर्जे में बदलाव या अचानक रुकावट की घटना नहीं हुई, जो डोमिनर 400 के बेहतर डिजाइन, गुणवत्ता और तकनीकी उत्कृष्टता का प्रमाण है।

वेबदुनिया पर पढ़ें

सम्बंधित जानकारी