ग्लासगो में संयुक्त राष्ट्र जलवायु सम्मेलन से इतर बुधवार को यह घोषणा की गई। कनाडा, चिली, डेनमार्क, भारत, न्यूजीलैंड, पोलैंड, स्वीडन, तुर्की और ब्रिटेन आदि देशों ने इसका समर्थन किया।
फोर्ड, जनरल मोटर्स, मर्सिडीज बेंज और वोल्वो कंपनियों और अमेरिका के कई राज्यों तथा शहरों ने भी इस योजना पर हस्ताक्षर किये। वोल्वो जैसी कुछ कंपनियां पहले ही कंबस्चन इंजनों को चरणबद्ध तरीके से उपयोग से बाहर करने के लक्ष्य तय कर चुकी हैं।