गाय के गोबर से चलने वाली कार

भारत में जहां गोबर का उपयोग सिर्फ गोबर गैस और खाद के रूप में किया जाता है और उसे किसी काम का नहीं समझा जाता है,  वहीं एक कार कंपनी ने एक ऐसी कार बनाई है, जिसमें इस गोबर का उपयोग कार के ईंधन के रूप में किया जा सकता है। 
सोचिए, अगर इस तकनीक की कार भारत की सड़कों पर आ गई तो पेट्रोल-डीजल की बढ़ती कीमतों की मार आम आदमी पर नहीं पड़ेगी और उसका परिवहन का साधन बहुत सस्ता हो जाएगा।
 
कंपनी एक एड जारी कर कर इस कार को सड़कों पर दौड़ाते हुए भी दिखाया है। यह है टोयोटा की मिराई फ्यूल कार, जो गाय के गोबर से सड़कों पर फर्राटे भरती है। कंपनी के एक विज्ञापन के मुताबिक यह कार गाय की खाद से बनाई गई हाइड्रोजन से चलती है। यह कंपनी का पहला एड सीरिज है। इस विज्ञापन के ‍मुताबिक इस कार में सारे फ्यूल काम कर सकते हैं। कंपनी इस कार को जल्द बाजार में लाने की योजना बना रही है। 
(Video and Photo Courtesy: YouTube)   
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इस जापानी कंपनी के मुताबिक मिराई मॉस प्रोडक्शन हाइड्रोजन पावर्ड फ्यूल सेल कार है। इस कार को 20 साल की रिसर्च और लाखों डॉलर के इन्वेस्टमेंट के बाद बनाया गया है।

ऐसे काम करती है कार : कार में हाइड्रोजन फ्यूल सेल स्टैक के जरिए गैस जाती है और हाइड्रोजन के साथ ऑक्सिजन को मिक्स करती है।  इस पूरे प्रोसेस से ऑन बोर्ड बैटरी को चार्ज करने के लिए आवश्यक बिजली पैदा होती है।

टोयोटा मिराई में 114 किलोवॉट का फ्यूल सेल स्टैक और 113 किलोवॉट का इलेक्ट्रिक मोटर लगा हुआ है। हाइड्रोजन और ऑक्सीजन के मिश्रण से शुद्ध पानी भी बनता है। इस पानी से कार को चलाते ही टेलपाइप के ‍जरिए डंप किया जा सकता है।
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टोयोटा के अनुसार यह कार 10 सेकंड में 0-100 किमी/घंटा की स्पीड पर जा सकती है। यह बेहतरीन स्थिति में 550 किलोमीटर दूरी तय कर सकती है। इसके फ्यूल टैंक को दोबारा भरने के लिए 5 मिनट का समय लगता है।

जापान में इस कार की भारतीय रुपए में 35 लाख रुपए के आसपास है। भारत के बाजार के हिसाब से देखा जाए तो इसकी कीमत कम हो सकती है, क्योंकि भारत सरकार प्राकृतिक ईंधन वाले प्रोडक्ट्‍स पर छूट दे सकती है। 
 
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