जानकारी के अनुसार भूमि पूजन के समय प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी मंदिर की नींव में सोने के शेषनाग, सोने के वास्तुदेवता, चांदी के कच्छप, चांदी के 5 बेलपत्र, पंचरत्न, सवा पाव चंदन आदि सामग्रिया रखेंगे। इन सभी वस्तुओं को काशी से अयोध्या लाकर श्रीराम मंदिर की नींव में पीएम मोदी के द्वारा स्थापित कराया जायगा।
काशी हिन्दू विश्वविद्यालय के ज्योतिष विभाग के प्रमुख प्रो. विनय कुमार पांडेय ने वेबदुनिया से बातचीत में बताया कि हमारी वैदिक सनातन परंपरा में किसी भी भवन व देवालय का भूमि पूजन और शिला पूजन का बहुत बड़ा महत्व है। क्योंकि भूमि पूजन में जो शिला स्थापित की जाती है, वह भवन व देवालय का आधार होती है।
पांडे ने बताया कि इसी संकल्पना के साथ भवन या देवालय के भार वहन के लिए हम लोग प्रतीक रूप में शेषनाग और कच्छप की आकृति बनाकर पूजन व प्रतिष्ठापूर्वक पंच शिलाओं के साथ नींव में स्थापित करते हैं, जिससे भवन या देवालय लंबे समय तक सुरक्षित और मजबूत रहे। इसी क्रम में अयोध्या में भव्य श्रीराम मंदिर का शिलान्यास होने जा रहा हैं।
शिलान्यास मौके पर सर्प व कच्छप का भी पूजन करके नींव में स्थापित किया जाएगा, जिससे कि आध्यात्मिक शक्ति सम्पन्न एक सुदृढ़ भव्य देवालय का निर्माण हो सके और समग्र विश्व प्रेरणा व आध्यात्मिक ऊर्जा प्राप्त कर सके। साथ ही पूरे विश्व में सुख, शांति व समृद्धि की स्थापना भी हो।