क्या भगवान के मंदिर में निमंत्रण से जाया जाता है?
— Congress (@INCIndia) January 12, 2024
किस तारीख को किस श्रेणी का व्यक्ति मंदिर जाएगा, क्या यह एक राजनीतिक दल तय करेगा?
क्या एक राजनीतिक दल तय करेगा कि मैं अपने भगवान से मिलने कब जाऊं?
न इंसान किसी को मंदिर में बुला सकता है और न इंसान किसी को मंदिर जाने से रोक सकता… pic.twitter.com/1EqnfscduM
एक पूरा संगठन मेरे धर्म का ठेकेदार बनाकर बैठा है, इनकी पूरी IT सेल चारों पीठों के शंकराचार्यों के खिलाफ एक मुहीम छेड़कर बैठी है।
— Congress (@INCIndia) January 12, 2024
इस पूरे आयोजन में कहीं भी धर्म, नीति और आस्था नहीं दिखाई दे रही, सिर्फ राजनीति दिखाई दे रही है।
मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा के लिए 22 जनवरी की तारीख का… pic.twitter.com/oAzMaSupHu