हर देश का कोई ना कोई ख़ास पकवान होता है जो उस देश की पहचान बन जाता है। जैसे चीन की चाउमिन, फ़्राइड राइस, मंचूरियन या मोमोज़। ये आपको कहीं भी मिल जाएंगे। भारत भी इस मामले में पीछे नहीं है। परांठे, समोसे, छोले-भटूरे और दक्षिण भारतीय पकवान जैसे डोसा, इडली, सांभर, वड़ा जैसे कई पकवान हैं, जो किसी के घर की रसोई से लेकर पाँच सितारा होटलों तक में मिल जाएंगे।
इसी तरह अमेरिकी बर्गर और फ़्राइड चिकन जैसी डिश आज इंटरनेशनल हो चुकी हैं। लेकिन आज हम आपको अमेरिका के ऐसे ख़ास पकवान के बारे में बताएंगे जो उसके एक सूबे की पहचान है। हम बात कर रहे हैं 'याहकाहमेन' की जो न्यू ऑरलियन्स के लोगों की जान है।
बंदरगाह वाले इलाक़े की डिश
न्यू ऑरलियन्स अमेरिका का बंदरगाह वाला इलाक़ा है और लुइज़ियाना का बड़ा शहर है। यहाँ के लोग मौज-मस्ती और खाने-पीने के शौक़ीन हैं। इस डिश को वही लोग जानते हैं जो न्यू ऑरलियन्स में पले-बढ़े हैं। बाहरी लोग तो इसका नाम तक नहीं जानते।
लेकिन एक बात तय है कि अगर एक बार ज़बान को इसका ज़ायक़ा लग जाए, तो फिर इसे खाए बिना नहीं रहा जा सकता। न्यू ऑरलियन्स में भी सबसे अच्छा याहकाहमेन यहाँ की मूल निवासी लिंडा ग्रीन बनाती हैं। यहाँ के लोग इन्हें 'मिस लिंडा द याहकाहमेन' के नाम से ज़्यादा जानते हैं।
कैसे तैयार होती है ये डिश
याहकाहमेन शोरबे वाली स्पैगेटी होती है जिसमें गोश्त के टुकड़े भी डाले जाते हैं। इसके अलावा इसमें कई तरह की चटनियाँ और तेज़ लाल मिर्च 'टबैस्को', काली मिर्च, और लहसुन का पाउडर मिलाया जाता है।
सारे मसालों का शोरबा तैयार करके उस पर नूडल्स डाले जाते हैं। फिर इसे उबले हुए अंडे और कच्चे प्याज़ के टुकड़ों के साथ पेपर कप में परोसा जाता है। यहाँ आने वाले ज़्यादातर सैलानियों के हाथ में आप ये कप देख सकते हैं।
याहकाहमेन शाकाहारी और मांसाहारी, दोनों तरह की होती है। लेकिन मांसाहारी की डिमांड ज़्यादा रहती है। मांसाहारी में भी घड़ियाल के गोश्त से तैयार याहकाहमेन सबसे ज़्यादा पसंद की जाती है। लेकिन घड़ियाल का गोश्त मिलना आसान नहीं होता। हर कोई उसे ख़रीद भी नहीं पाता, लिहाज़ा इसके दूसरे विकल्प जैसे बीफ़ का सहारा लिया जाता है।
पर क्या ये अमेरिकी डिश है?
याहकाहमेन असल में कहाँ से आया है कहना मुश्किल है। माना जाता है कि बीसवीं सदी की शुरुआत में जब चीनी अप्रवासी यहाँ पहुंचे तो अमेरिकी, अफ़्रीकी और चीनी लोगों ने अपने-अपने मसाले और दूसरी चीज़ें एक साथ मिलाकर इसे तैयार किया होगा।
वहीं कुछ का ये भी कहना है कि दूसरे विश्व युद्ध के बाद या वियतनाम, कोरिया की लड़ाइयों के बाद जब सिपाही वतन लौटे तो अपने साथ नूडल्स सूप की यादें लेकर आए। याहकाहमेन का शोरबा देखने और खाने में ऐसा ही लगता है जैसा किसी और देश में तैयार होने वाला सूप।
बहुत से लोग इसे 'फ़ा' और 'रमेन' जैसे सूप की फ़ैमली का मान लेते हैं। अगर कोई इसे वर्जीनिया की डिश मान ले तो भी ग़लत नहीं होगा क्योंकि इसमें कई मसाले वर्जीनिया के पकवानों में इस्तेमाल होने वाले हैं।
कुछ लोग इसे चीन की 'योक-ए-माइन' से जोड़कर देखते हैं, लेकिन इसमें अंडे के साथ सिर्फ़ नूडल्स मिलाए जाते हैं नाकि स्पैगेटी। इसके अलावा इसमें हॉट सॉस, केचप, सिरका, सॉसेज और सफ़ेद प्याज़ का इस्तेमाल होता है, जबकि याहकाहमेन में कच्चे हरे प्याज़ का इस्तेमाल होता है। हो सकता है चीनी अप्रवासियों ने वर्जीनिया के पकवान को पसंद करके उसमें अपना फ़्लेवर मिलाया हो। हालांकि, चीन की योक-ए-माइन का ज़ायक़ा एकदम अलग है।
पेपर ग्लास में खाते हैं लोग
न्यू ऑरलियन्स में याहकाहमेन किसने और कब बनाना शुरू किया ये मायने नहीं रखता। सबके लिए सच यही है कि ये फ़ैमिली किचन से तैयार होकर गलियों तक बिकने के लिए आता है। इसे खाने का सलीका भी ज़रा अलग है। इसे किचेन में बैठकर खाने के बजाए पेपर ग्लास में इसका लुत्फ़ ज़्यादा लिया जाता है।
न्यू ऑरलियन्स में यूं तो कई जगह याहकाहमेन मिल जाती है। लेकिन मिस लिंडा की बनाई याहकाहमेन जैसा ज़ायक़ा कहीं और नहीं मिलता। वो हर रोज़ इसके हज़ारों कप तैयार करती हैं। मिस लिंडा आज भी इसे उसी पारंपरिक तरीक़े से तैयार करती हैं, जो उन्होंने अपनी माँ से सीखा था।
मुख्य रूप से वो बीफ़ का इस्तेमाल करती हैं, लेकिन लोगों की पसंद के मुताबिक़ घड़ियाल, क्रे फ़िश, कस्तूरी मछली और पोर्क का इस्तेमाल भी करती हैं। यही नहीं वो सूशी याहकाहमेन, जर्क चिकेन याहकाहमेन भी तैयार करती हैं। मिस लिंडा इस पकवान में ज़बरदस्त ज़ायक़ा लाने के लिए कौन-सा जादू करती हैं, ये राज़ वो किसी को नहीं बतातीं।
याहकाहमेन कैसे करता है काम
शुरूआत में मिस लिंडा घरों पर डिलीवरी भी करती थीं, लेकिन अब वो सिर्फ़ फ़ोन पर ऑर्डर लेती हैं और रविवार के दिन तो उनका फ़ोन लगातार बजता रहता है। अमेरिका फ़ूड साइंटिस्ट एलिसन ई मिशेल तो इसके वैज्ञानिक लाभ गिनाते नहीं थकती। इनके मुताबिक़ रात भर शराब पीने वालों का अच्छा साथी है याहकाहमेन।
वो कहती हैं, "इसमें अंडा इस्तेमाल होता है जिसके अमीनो एसिड शराब के टॉक्सिन ख़त्म करने में मदद करते हैं। साथ ही इसमें चिकेन और मीट का इस्तेमाल होता है जिसके चलते पेट भरा रहता है और शराब का इस्तेमाल कम होता है। अल्कोहल के इस्तेमाल से शरीर में सोडियम का स्तर गिर जाता है, लेकिन याहकाहमेन का नमकीन शोरबा इस कमी को पूरा कर देता है।"
न्यू ऑरलियन्स शहर की नाइट लाइफ़ मशहूर है। इस शहर को अमेरिका में रात की रानी कहा जाता है। यहाँ सूरज डूबने के साथ पार्टियाँ शुरू होती हैं और भोर तक चलती हैं। ऐसे में याहकाहमेन के वैज्ञानिक फ़ायदे जानने के बाद यही कहा जा सकता है कि यहाँ की नाइट लाइफ़ का हैंगओवर उतारने में याहकाहमेन एक मददगार तरीका हो सकता है।
(नोटः ये बीबीसी ट्रैवल की मूल कहानी का अक्षरश: अनुवाद नहीं है। हिंदी के पाठकों के लिए इसमें कुछ संदर्भ और प्रसंग जोड़े गए हैं)