- राजेश डोबरियाल (केदारनाथ से)
केदारनाथ मंदिर और उसके आस-पास के इलाक़ों की सुरक्षा अब एक तीन-स्तरीय दीवार तैयार हो रही है। 2013 में पहाड़ में ऊंचाई पर भारी बारिश से मंदाकिनी में बाढ़ आ गई थी और नदी रास्ता बदलकर केदारनाथ की तरफ़ आ गई थी। आपदा प्रबंधन विभाग के अनुसार पानी और उसके साथ आए मलबे की चपेट में आकर साढ़े पांच हज़ार से ज़्यादा लोगों की मौत हो गई थी, करीब साढ़े चार हज़ार घायल हो गए थे और पांच लाख लोग सीधे या अप्रत्यक्ष तौर पर प्रभावित हुए थे।
पहली दीवार मंदाकिनी और सरस्वती नदी के रास्ते को सुरक्षित करने के लिए बनाई गई है। 2013 में मंदाकिनी रास्ता बदलकर केदारनाथ मंदिर की तरफ आ गई थी। ए शेप की यह दीवार पत्थरों से बनाई गई है और इसे गैबिन वॉल कहते हैं। यह गैबिन वॉल पानी को नीचे मंदिर की ओर आने से रोकने के लिए तैयार की गई है। अगर पानी बहुत अधिक तेज़ होगा तो यह उसके वेग को कम कर देगी।