किसी भी खेल के वर्ल्ड कप का अपना रोमांच होता है। क्रिकेट की दुनिया में आईसीसी 20-20 वर्ल्ड कप को वर्ल्ड टी-20 के नाम से जाना जाता है। दुनिया भर की क्रिकेट टीमों के बीच इस ख़िताब की जंग शुरू होने वाली है।
क्रिकेट के सबसे छोटे फॉर्मेट का वर्ल्ड कप पाँच साल के अंतराल पर हो रहा है। 2016 के वर्ल्ड टी-20 के बाद इसका आयोजन 2018 में होना था लेकिन तब कई टीमों के बाइलेटरल सिरीज़ के चलते आईसीसी ने इसका आयोजन रद्द कर दिया था।
हालांकि इस बीच में 2017 में आईसीसी चैंपियंस ट्रॉफ़ी का भी आयोजन हुआ था। 2018 के वर्ल्ड टी-20 के रद्द होने के बाद अगला आयोजन 2020 में होना था लेकिन कोरोना संक्रमण का असर इसके आयोजन पर भी पड़ा और यह टूर्नामेंट 2020 में नहीं हो पाया।
आख़िरकार पाँच साल के लंबे अंतराल के बाद यह आयोजन हो रहा है। भारत को इस टूर्नामेंट की मेज़बानी करनी थी लेकिन कोविड संक्रमण के चलते इसे संयुक्त अरब अमीरात में शिफ़्ट किया गया।
कितने दिनों तक होंगे मुक़ाबले
वर्ल्ड टी-20 का मुक़ाबला 29 दिनों तक चलेगा। इस दौरान 16 टीमों के बीच 45 मुक़ाबले खेले जाएंगे। 17 अक्टूबर से टूर्नामेंट की शुरुआत हो रही है और इसका फ़ाइनल 14 नवंबर को खेला जाएगा।
पहले ग्रुप, ए में आयरलैंड, नामिबिया, नीदरलैंड्स और श्रीलंका की टीम आपस में खेलेगी। इसमें शीर्ष की दो टीमें अगले राउंड में पहुँचेंगी। वहीं दूसरे ग्रुप बी में बांग्लादेश, ओमान, पापुआ न्यू गिनी और स्कॉटलैंड की टीम शीर्ष दो स्थानों के लिए आपस में भिड़ेंगी।
इसके बाद सुपर 12 राउंड की शुरुआत होगी। ग्रुप 1 में ऑस्ट्रेलिया, इंग्लैंड, साउथ अफ्रीका और वेस्टइंडीज़ के अलावा ग्रुप ए की नंबर एक टीम और ग्रुप बी की नंबर एक टीम शामिल होंगी। वहीं ग्रुप 2 में भारत, न्यूज़ीलैंड, अफ़ग़ानिस्तान, पाकिस्तान, ग्रुप बी की नंबर दो टीम और ग्रुप ए की नंबर दो टीम हिस्सा लेंगी। शुरुआती राउंड से दो-दो टीमों को सुपर 12 राउंड में खेलने का मौक़ा मिलेगा।
इस राउंड में भी टीमें एक दूसरे के ख़िलाफ़ मुक़ाबले में उतरेंगी। दोनों ग्रुप की शीर्ष दो-दो टीमें सेमीफ़ाइनल में पहुंचेगी, इसके बाद ख़िताबी मुक़ाबला होगा।
सुपर-12 का राउंड 23 अक्टूबर से शुरू होगा और आठ नवंबर तक चलेगा। दस और 11 नवंबर को सेमीफ़ाइनल मुक़ाबला होगा, जबकि फ़ाइनल मुक़ाबला 14 नवंबर को खेला जाएगा।
भारत का रिकॉर्ड
मौजूदा समय में टी-20 रैंकिंग में भारत दूसरे पायदान पर है। विराट कोहली और केएल राहुल बल्लेबाज़ों की वर्ल्ड रैंकिंग में शीर्ष दस खिलाड़ियों में शामिल हैं जबकि टी-20 के शीर्ष दस गेंदबाज़ और ऑलराउंडरों में भारत का कोई गेंदबाज़ या ऑलराउंडर शामिल नहीं है। लेकिन वर्ल्ड टी-20 में भारत का रिकॉर्ड शानदार है। भारत ने अब तक 33 मुक़ाबले खेले हैं जिसमें 20 में उसे जीत मिली है।
भारतीय कप्तान विराट कोहली ने घोषणा की है कि वे टूर्नामेंट के बाद टी-20 की कप्तानी छोड़ देंगे। कोहली की कप्तानी इन दिनों लगातार सवालों के घेरे में है, उनकी कप्तानी में टीम ने अब तक कोई आईसीसी ट्रॉफ़ी नहीं हासिल की है।
आईपीएल में विराट कोहली रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु की आठ सीज़न कप्तानी कर चुके हैं लेकिन वे टीम को एक बार भी टाइटल नहीं दिला सके हैं। इस लिहाज़ से देखें तो वर्ल्ड टी-20 विराट कोहली के लिए बेहद चुनौतीपूर्ण साबित होने वाला है। कप्तानी और बल्लेबाज़ी दोनों के लिहाज से। कोहली इन दिनों रन बनाने के लिए भी संघर्ष कर रहे हैं।
धोनी होंगे मेंटॉर
वर्ल्ड टी-20 के दौरान भारतीय टीम को गाइड करने के लिए महेंद्र सिंह धोनी भी मौजूद होंगे। धोनी की कप्तानी में ही भारत ने शुरुआती वर्ल्ड टी-20 का ख़िताब 2007 में जीता था।
उनकी कप्तानी में भारत ने 50 ओवरों का वर्ल्ड कप भी जीता और चैंपियंस ट्रॉफ़ी पर भी कब्ज़ा जमाया। धोनी की कप्तानी में चेन्नई सुपर किंग्स ने शुक्रवार को चौथा आईपीएल ख़िताब जीता है। बतौर कप्तान और फिनिशर धोनी के अनुभव का लाभ भारतीय टीम को मिल सकता है।
यह भी माना जा रहा है कि भारत के प्रमुख कोच रवि शास्त्री और उनके सहायक स्टाफ़ का टीम के साथ ये आख़िरी टूर्नामेंट होगा। ऐसे में विराट कोहली के नेतृत्व में टीम रवि शास्त्री और उनकी टीम को यादगार विदाई देना चाहेगी।
भारतीय टीम की ताक़त
विराट कोहली टीम के कप्तान हैं जबकि रोहित शर्मा उपकप्तान। इन दोनों के अलावा बल्लेबाज़ी का दारोमदार के एल राहुल, ईशान किशन और सूर्य कुमार यादव पर होगा। विकेट कीपर बल्लेबाज़ ऋषभ पंत से भी उम्मीदें हैं। उनका आक्रामक अंदाज़ भारतीय टीम के लिए गेमचेंज़र साबित हो सकता है।
चयनकर्ताओं ने इस टूर्नामेंट के लिए रविचंद्रन अश्विन को चुनकर क्रिकेट प्रेमियों को हैरत में डाला है। 34 साल क अश्विन बेहद अनुभवी ऑफ़ स्पिन गेंदबाज़ हैं जिन्होंने अपना अंतिम टी-20 मुक़ाबला 2017 में खेला था। उनके अलावा अक्षर पटेल, वरुण चक्रवर्ती और राहुल चाहर की कोशिशें भी प्लेइंग इलेवन में जगह पाने की होगी।
टीम में रविंद्र जडेजा और हार्दिक पांड्या जैसे दो ज़ोरदार ऑलराउंडर मौजूद हैं। हार्दिक पांड्या पीठ की तकलीफ़ का सामना कर रहे हैं जिसके चलते उन्होंने आईपीएल मुक़ाबले में गेंदबाज़ी नहीं की है। हालांकि टीम के आक्रमण को मज़बूती देने के लिए हार्दिक पांड्या को पूरी तरह फ़िट होना पड़ेगा। वहीं जसप्रीत बुमराह, भुवनेश्वर कुमार और मोहम्मद शमी के हाथों में तेज़ गेंदबाज़ी की कमान होगी।
चयन समिति ने इसके अलावा अक्षर पटेल और शार्दुल ठाकुर को भी टीम में रखा है। अगर हार्दिक पांड्या गेंदबाज़ी के लिए फ़िट नहीं होते हैं तो उस स्थिति के लिए शार्दुल को टीम में रखा गया है जबकि अक्षर पटेल भी रिज़र्व खिलाड़ियों में शामिल है। वहीं वरुण चक्रवर्ती और राहुल चाहर की कोशिश भी मिले मौकों का फ़ायदा उठाने की होगी।
इन सबके अलावा आवेश ख़ान, उमरान मलिक, हर्षल पटेल, लुकमान मेरीवाला, वेंकटेश अय्यर, कर्ण शर्मा, शहबाज़ अहमद और के। गौतम को आईपीएल के बाद संयुक्त अरब अमीरात में रुकने के लिए कहा गया है। ये खिलाड़ी वर्ल्ड टी-20 के दौरान भारतीय टीम के लिए नेट गेंदबाज़ी करेंगे।
दूसरी टीमों से उम्मीदें
वेस्टइंडीज़ की टीम में टी-20 के कुछ ज़ोरदार खिलाड़ी मौजूद हैं। केरॉन पोलार्ड टीम का नेतृत्व कर रहे हैं, इस टीम में किसी का भी खेल बिगाड़ने का माद्दा मौजूद है।
इयॉन मोर्गन इंग्लैंड की टीम के कप्तान हैं। इंग्लिश टीम भी बेहद मज़बूत दिख रही है। टीम के खिलाड़ी लंबे समय से बेहतर प्रदर्शन करते आए हैं, हालांकि टीम को बेन स्टोक्स, जोफ़्रा आर्चर की कमी निश्चित तौर पर खलेगी।
न्यूज़ीलैंड की टीम में भी बेहद उम्दा खिलाड़ी हैं। एक तो टीम के पास शानदार तेज़ गेंदबाज़ मौजूद हैं, दूसरी ओर बेहद उपयोगी ऑलराउंडरों की जमात भी है।
ऑस्ट्रेलियाई टीम अब तक क्रिकेट के इस छोटे फॉर्मेट का कोई खिताब नहीं जीत सकी है, ऐसे में उनकी कोशिश इस बार इतिहास बनाने की होगी। पाकिस्तानी टीम भी इस मौके पर मज़बूत दावेदार दिख रही है। साउथ अफ़्रीका नए कप्तान टेम्बा बावुमा के नेतृत्व में खेलने उतरेगी। जबकि श्रीलंकाई टीम में कई नए चेहरे शामिल हैं।
बांग्लादेश को स्पिन की मदद वाली पिच पर खेलने का फ़ायदा मिलेगा, जबकि अफ़ग़ानिस्तानी टीम घरेलू मोर्चे के संकट के बाद शानदार क्रिकेट दिखाना चाहेगी। वहीं क्वालिफाइंग राउंड की टीमों से भी उलटफ़ेर की उम्मीदें बनी हुई हैं।
पिछले चैंपियन
2007 का सबसे पहला टी-20 टूर्नामेंट भारत ने महेंद्र सिंह धोनी की कप्तानी में जीता था। पाकिस्तान की टीम फ़ाइनल में हार गयी थी, लेकिन 2009 में पाकिस्तान इस टूर्नामेंट का चैंपियन बनने में कामयाब रहा।
2010 में इंग्लैंड ने अपना पहला वर्ल्ड टाइटल इसी ख़िताब के तौर पर जीता। 2012 में वेस्टइंडीज़ की टीम ने सबको चौंकाते हुए ख़िताब जीत लिया था। 2014 में श्रीलंकाई टीम चैंपियन बनी जबकि 2016 में एक बार फिर से बाज़ी वेस्टइंडीज़ के नाम रही।
इनामों की बरसात
वर्ल्ड टी-20 का ख़िताब जीतने वाली टीम को 16 लाख डॉलर की इनामी रकम मिलेगी, जबकि उपविजेता टीम को आठ लाख डॉलर की रकम से संतोष करना होगा। सेमीफ़ाइनल में पहुंचने वाली टीमों को चार-चार लाख डॉलर मिलेंगे। सुपर 12 राउंड में प्रत्येक मैच जीतने पर बोनस रकम भी मिलेगी।
इस बार क्या बदलाव दिखेंगे
प्रत्येक मैच के दौरान दो अतिरिक्त ड्रिंक्स ब्रेक मिलेंगे। ये ब्रेक ढाई मिनट के होंगे। यह पारी के ठीक मध्य में आएंगे। पहली बार टी-20 वर्ल्ड कप में डिसिजन रिव्यू सिस्टम देखने को मिलेगा, प्रति पारी प्रत्येक टीम को दो रिव्यू मिलेंगे।
कहां होंगे मुक़ाबले
टूर्नामेंट के मुक़ाबले संयुक्त अरब अमीरात और ओमान के चार शहरों- मस्कट, दुबई, अबू धाबी और शारजाह में होंगे। मस्कट के अलावा बाक़ी तीनों शहरों में हाल ही में आईपीएल के मुक़ाबले खेले गए हैं। यहां की पिच काफ़ी धीमी और सपाट है।
भारतीय टीम अपने अभियान की शुरुआत 24 अक्टूबर को चिर प्रतिद्वंदी पाकिस्तान के ख़िलाफ़ मुक़ाबले से करेगी। इसके बाद भारतीय टीम न्यूज़ीलैंड और अफ़ग़ानिस्तान के अलावा क्वालिफ़ाइंग राउंड से आने वाली दो टीमों से मुक़ाबला करेगी।
मैचों का प्रसारण
इन मैचों का प्रसारण स्टार स्पोर्ट्स और हॉट स्टार पर होगा। दिन के मुक़ाबले का सीधा प्रसारण दोपहर साढ़े तीन बजे से होगा जबकि रात के मैच का सीधा प्रसारण साढ़े सात बजे से होगा।