- फ़ैसल मोहम्मद अली, गुवाहाटी
सैम स्टफर्ड ने मां से फ़ोन पर कहा था, ज़ोर की भूख लगी है माई चिकन-पुलाव बनाओ। लेकिन नसीब में कुछ और लिखा था, कुछ ही देर बाद 2 गोलियों ने उसके शरीर को भेद डाला। एक सैम की ठुड्डी को चीरती हुई सिर की तरफ़ से निकल गई, दूसरी ने पीठ पर अपना निशान छोड़ दिया। बीते गुरुवार को याद करते हुए मां मैमोनी स्टफर्ड के चेहरे की मांसपेशियां हल्के-हल्के कांपने लगती है, ख़ुद पर क़ाबू पाकर वो कहती हैं, वो पुलाव-चिकन नहीं खा पाया, उसको अस्पताल ले गए...