यहां तक कि जो लोग इस टापू पर जाते हैं उन्हें वहां से मुख्यभूमि पर कोई यादगार चीज़ लाने की भी इजाज़त नहीं है। अख़बार के अनुसार वहां से लौटने वाले घास तक नहीं ला सकते। इस टापू को एक परामर्शदाता पैनल ने विश्व धरोहर स्थल बनाए जाने की अनुशंसा की है। इस पर अंतिम फ़ैसला यूनेस्को की बैठक में जुलाई महीने में होगा।
असाही शिंबून अख़बार के मुताबिक, "टापू को विश्व धरोहर स्थल बनाने की प्रक्रिया को आगे बढ़ाने पर कुछ और बातों को भी इसमें शामिल करने की ज़रूरत होगी।" अख़बार के मुताबिक आने वाले समय में ओकिनोशिमा टापू पर पर्यटन को बढ़ावा देना एक मुद्दा बन सकता है।
हालांकि फ़िलहाल ऐसी कोई संभावना नहीं है कि महिलाओं के टापू पर जाने पर लगी पाबंदी को हटाया जाएगा। मुनाकाटा ताइशा के एक अधिकारी ने माइनिची डेली अखबार को बताया, "अगर इस टापू को वर्ल्ड हेरिटेज साइट में शामिल कर लिया जाता है तब भी हमारे नज़रिए में बदलाव नहीं आएगा। हम टापू पर आने वालों के लिए बने नियम में बदलाव नहीं करेंगे।"