भारत में फिर बढ़ी पेट्रोल और डीजल की कीमत, जानिए क्यों...

शनिवार, 17 दिसंबर 2016 (14:12 IST)
- प्रशान्त चाहल
सार्वजनिक क्षेत्र की तेल कंपनियों ने शुक्रवार-शनिवार मध्य रात्रि से पेट्रोल और डीजल की कीमतें बढ़ा दी हैं। पेट्रोल की कीमत में प्रति लीटर 2.21 रुपए और डीजल में 1.79 रुपए का इजाफा हुआ है। इसमें राज्यवार स्थानीय कर (लेवी) शामिल नहीं है।
 
इंडियन ऑयल के मुताबिक, कीमतों में इज़ाफे के बाद दिल्ली में प्रति लीटर पेट्रोल की कीमत 66.10 रुपए से बढ़ कर 68.94 रुपए हो गई है।
 
कई हलको में ये सवाल उठते रहे हैं कि जब विश्व बाजार में कच्चे तेल की कीमत जून 2012 में 109 डॉलर प्रति बैरल थी, तो ग्राहकों को पेट्रोल 71.16 रुपए में मिल रहा था। लेकिन फिलहाल जब कच्चा तेल लगभग 52 डॉलर पर मिल रहा है, तो दिल्ली में पेट्रोल 69 (68.94) रुपए से कुछ ही कम दाम पर मिलेगा।
 
कांग्रेस समर्थक और कई लोग इस मामले को मनमोहन सरकार की जनता को राहत पहुंचाने के सफल कोशिश के तौर पर देखते हैं। साल 2012 में मनमोहन सिंह की सरकार थी।
 
इंडियन ऑयल कॉर्पोरेशन, भारत पेट्रोलियम कॉर्पोरेशन और हिंदुस्तान पेट्रोलियम कॉर्पोरेशन हर महीने की पहली और 16 तारीख़ को तेल की दरों में संशोधन करते हैं। पिछले पखवाड़े में अंतरराष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल की औसत क़ीमत के आधार पर यह संशोधन किया जाता है।
 
पीटीआई के मुताबिक, हाल ही में अंतरराष्ट्रीय बाज़ार में तेल की कीमतों में बढ़ोतरी देखी गई थी, जिसके आधार पर भारतीय बाज़ार में भी क़ीमतों में बढ़ोतरी की गई है। हालांकि समाचार एजेंसी के मुताबिक भारतीय तेल कंपनियों ने शुक्रवार सुबह को दाम बढ़ोतरी की योजना को टालने की बात कही थी।
 
भारत अपनी जरूरत का करीब 80 फीसदी कच्चा तेल आयात करता है और अंतरराष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल की कीमतें साल 2014 के मध्य से लगातार घटती रही हैं। इस बीच भारत में भी कई बार तेल के दाम घटे हैं।
 
साल 2016 की शुरुआत में कुछ विशेषज्ञों ने अनुमान लगाया था कि वैश्विक बाजार में तेल की कीमतों में और गिरावट हो सकती है और शायद यह 20 डॉलर प्रति बैरल तक पहुंच जाए।

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