ईसाई मान्यताओं के मुताबिक, सफ़ेद कबूतर को 'पवित्र आत्मा का प्रतीक' माना गया है। हल्के-फुलके अंदाज़ में जारी किए गए पुलिस के बयान में कहा गया है कि बहुत हद तक संभव है कि "पवित्र आत्मा का यह दख़ल महज़ इत्तेफ़ाक़ न हो।" बयान में कहा गया है, "हम इस इशारे को समझ गए हैं और इस बार हमने तेज़ गति से गाड़ी चलाने वाले उस शख़्स को छोड़ दिया है।"
लेकिन "पंखों वाली उस शक्ति" की वजह से सिर्फ़ कार की पहचान की जा सकी और ड्राइवर का चेहरा नहीं दिखा, इसलिए पुलिस ने भी उदारता दिखाते हुए इस बार ड्राइवर को बख़्श दिया है। वियर्सन पुलिस ने मज़ाकिया बयान में यह भी कहा है कि उस प्रतिबंधित क्षेत्र में इतनी तेज़ गति से उड़ने के लिए पक्षी पर भी जुर्माना लगना चाहिए।
बयान में कहा गया है, "लेकिन हम नहीं जानते कि ईसाई धर्म के अगले पवित्र दिन वो कहां होगा, इसलिए हम यहां न्याय के ऊपर करुणा को प्राथमिकता दे रहे हैं।"