आप अगर इस चिंता में हैं कि आपके पेट और कमर पर चर्बी की कुछ अतिरिक्त परतें चढ़ गई हैं, तो चिंता करने की बजाय अब आपके पास एक और मजेदार विकल्प मौजूद है। यह है 'हूला-हूप', व्यायाम का एक पुराना तरीका नए अंदाज में जो तेजी से लोगों में प्रचलित हो रहा है। इस नए ट्रेंड को अपना कर आप अपने शरीर को बेहतर शेप दे सकते हैं।
हूला-हूप खासकर उन लोगों के बीच ज्यादा लोकप्रिय हो रहा है जिन्हें एरोबिक और डांस करना पसंद है। बड़ी-बड़ी हस्तियाँ भी इसे अपना रही हैं। शायद ये भी एक वजह है इसके इतनी जल्दी लोकप्रिय होने की। हाल ही में अमेरिका की प्रथम महिला मिशेल ओबामा ने एक फिटनेस कार्यक्रम में हुला हूपिंग में अपनी महारत दिखाई। उन्होंने रिंग को अपनी कमर में 142 बार घुमाकर सभी को आश्चर्यचकित कर दिया।
यह उन लोगों के लिए भी फायदे का सौदा है जो अपना वजन तो कम करना चाहते हैं, पर इसके लिए वे कठिन परिश्रम नहीं कर सकते हैं। वे इसके लिए आसानी से हो जाने वाला व्यायाम ढूँढ़ते हैं। हूला-हूप न केवल कई कठिन व्यायाम के मुकाबले आसान है, बल्कि मजेदार भी है। फिटनेस एक्सपर्ट भी इस बात को मानते हैं कि हुला हूपिंग करने से पूरे शरीर का वर्क आउट होता है।
कंधे से लेकर पैरों तक की मसल्स को फायदा होता है। खासकर कमर को सही शेप मिलता है। इसे सीखना कठिन भी नहीं है। शुरुआत में तो यह धीमा ही होगा पर लगातार प्रैक्टिस से कोई भी इसमें पारंगत हो सकता है। पहले छोटे रोटेशन से शुरू करें पर बाद में आपकी क्षमता बढ़ जाएगी। यह मुश्किल तो नहीं है पर यह आपकी फिटनेस पर भी निर्भर करता है।
जब आप रोटेट करना शुरू करते हैं तो आपकी कमर पर तनाव उत्पन्न होता है जो इसे सुडौल बनाता है। अगर आप इसे सिर्फ फिटनेस बनाए रखने के लिए उपयोग करना चाहते हैं तो इससे आपके शरीर के पीठ का निचला हिस्सा मजबूत होता है। साथ ही शरीर में लोच भी आ जाती है।
अकसर लोग इसे अपनाने के साथ गलतियाँ भी करते हैं। वे सीधे हूपिंग से (सीधे कमर पर घुमाने से) ही स्टार्ट कर देते हैं, जो शुरुआत करने वालों के लिए बहुत कठिन है। इसे गलत तरीके से करने पर कमर की माँसपेशियों को नुकसान भी हो सकता है। अतः सबसे जरूरी है कि इसे किसी विशेषज्ञ की देखभाल में ही करें।
हूला-हूप के लिए कमर को धीरे-धीरे दाएँ से बाएँ घुमाते हुए थोड़ा आगे और पीछे करके आप वर्कआउट कर सकते हैं। अर्थात् आपको अपनी कमर को गोल घुमाना है दाएँ से बाएँ और बाएँ से दाएँ दोनों तरफ। इससे आपके पेट, कमर, पीठ, पैर, हिप्स और जाँघों की माँसपेशियाँ मजबूत होती हैं। इसे करने के आधे से एक घंटे पहले कुछ खा लेना चाहिए।
ज्यादा वसा और कैलोरी वाले खाने से बचना चाहिए। जिन लोगों को स्लिप डिस्क, हर्निया या शरीर के निचले हिस्से में कोई समस्या हो उन्हें यह नहीं करना चाहिए। हुला हूपिंग एक ऐसा व्यायाम है जिसमें उम्र का कोई बंधन नहीं। केवल अपने वर्कआउट को एंजॉय करने की बात है, बाकी अपने आप हो जाएगा।