बढ़ती उम्र के साथ महिलाओं की स्किन डल होने का एक प्रमुख कारण मेनोपॉज होता है। मेनोपॉज के समय महिलाओं के शरीर में कई बड़े बदलाव होते हैं। आमतौर पर 45 से 50 की उम्र में महिलाओं में मेनोपॉज के लक्षण नजर आने लगते हैं। इस समय महिलाओं के शरीर में एस्ट्रोजन का लेवल कम होने लगता है। जिसका सीधा असर स्किन पर पड़ता है। मेनोपॉज के बाद स्किन पतली व बेजान नजर आने लगती है।
मेनोपॉज के बाद शरीर में कोलेजन स्तर बहुत गिर जाता है। इसके साथ ही स्किन के नीचे का फैट खत्म होने लगता है और स्किन का लचीलापन भी कम हो जाता है। यह असर आंखों, होठों, माथे और गर्दन पर सबसे पहले और सांसे ज़्यादा नजर आता है।
इन तरीकों से जवां बनी रहेगी स्किन 1. स्किन को हमेशा रखें साफ
उम्र के बढ़ने के साथ स्किन रूखी होने लगती है। इसलिए ज़रूरी है कि इसे हमेशा उपयुक्त नमी दी जाए। स्किन को साफ रखना भी बहुत ज़रूरी है । ड्राई स्किन के लिए हमेशा उसी के अनुसार क्लींजर का उपयोग करें। इससे स्किन में नमी बनी रहेगी। फोम या जेल क्लींजर की जगह आप क्रीम बेस क्लींजर का उपयोग करें।
2. स्किन को रखें हाइड्रेट
मेनोपॉज के कारण स्किन की तेल ग्रंथियों की सक्रियता कम होने लगती है। यही कारण है कि स्किन रूखी होने लगती है। इसलिए स्किन पर हाईड्रेशन पहुँचाने वाली क्रीम लगाएं, जिससे स्किन की नमी बनी रहे। नहाने या मुंह धोने के लिए बहुत ज्यादा गर्म पानी का उपयोग न करें। इससे त्वचा से प्राक्रतिक तेल निकल जाता है और त्वचा रूखी हो जाती है। साथ ही स्किन को हाइड्रेट रखने के लिए पर्याप्त पानी का सेवन करना जरूरी है।
3. सनस्क्रीन लोशन है बहुत जरूरी
स्किन को सूरज की रोशनी से बचाना बहुत जरूरी है। स्किन पर झुर्रियां पड़ने का एक प्रमुख कारण यूवी किरणें भी होती हैं। बढ़ती उम्र के साथ स्किन खुद अपनी सुरक्षा नहीं कर पाती। इसलिए जरूरी है कि आप 30 या उससे ज्यादा एसपीएफ वाला सनस्क्रीन लोशन रोज अप्लाई करें। अगर आप धूप में जा रही हैं तो हर दो से तीन घंटे में इसे री-अप्लाई करें। घर में रहने पर भी सनस्क्रीन लगाना बहुत ज़रूरी है।
4. टोनर ज़रूर अप्लाय करें
बढ़ती उम्र के साथ स्किन पर डार्क स्पॉट नजर आने लगते हैं। जैसे-जैसे उम्र बढ़ती है, ये और डार्क होने लगते हैं। एक अच्छा टोनरइस समस्या से निपटने के लिए काफ़ी मददगार हो सकता है। यह स्किन कई रंगत निखारता है।