मार्केट में हर रोज नए तरह के स्किन केयर प्रोडक्ट आते हैं। लेकिन सभी की स्किन एक जैसी नहीं होती है इसलिए प्रोडक्ट का चयन भी सोच-समझकर करना होता है। इसी के साथ आपकी स्किन को कौन से पोषण की जरूरत है यह भी जरूर जान लें। क्योंकि प्रोडक्ट और ब्रांड जरूर अच्छा होता है लेकिन आपकी स्किन के अनुसार नहीं होता है। एंटी एजिंग के लिए रेटिनॉल का भी इस्तेमाल किया जाता है। इससे आपको चेहरे पर आ रही फाइन लाइंस, झुर्रियों को कम करने में बहुत मदद करता है। हालांकि किसी को इसका उल्टा प्रभाव भी होता है। त्वचा लाल हो जाना, खुजली होना या सेंसिटिविटी होना। लेकिन अब रेटिनॉल का भी दूसरा ऑप्शन उपलब्ध है बकुचि ऑयल। जी हां, यह तेल प्राकृतिक तरीके से तैयार किया जाता है। यह तेल बाब्ची प्लांट के पत्तियों और बीज से निकाला जाता है। वहीं शोधकर्ताओं का कहना है कि इसे लगाने के कोई साइड इफेक्ट नहीं है।
- कोलेजन को बढ़ाए - कोलेजन एक तरह का प्रोटीन होता है। इससे हमारी स्किन एकदम जवां रहती है। जैसे - जैसे उम्र बढ़ती है शरीर में कोलेजन की मात्रा कम हो जाती है। जिस वजह से झुर्रियां पड़ने लगती है, बाल झड़ना, जोड़ों में दर्द होना जैसी समस्या पैदा होने लगती है। इसे लगाने से कोशिकाओं को पोषण मिलता है।
- फाइन लाइन को कम करें - जब बहुत तनाव होने लगता है तो चेहरे पर लाइन दिखने लगती है। इसे लगाने से पर्याप्त मात्रा में कोलेजन बनता है जिससे त्वचा स्वस्थ्य रहती है। रेटिनॉल की तुलना में बकुची 'ज्यादा बेहतर है। बकुची ऑयल से किसी भी प्रकार की जलन नहीं होती है। साथ ही साइड इफेक्ट का खतरा बहुत कम होता है।
कैसे करें इस्तेमाल -
बता दें कि बकुची ऑयल का इस्तेमाल कभी भी किया जा सकता है। लेकिन इसका इस्तेमाल टोनर के साथ या एक्सफोलिएट के रूप में नहीं करें। इसका इस्तेमाल सीरम, लोशन या मॉइश्चराइजर के साथ किया जा सकता है। यह भी रेटिनॉल की तरह अल्ट्रावायलेट किरणों से त्वचा को बचाता है और किसी भी तरह का नुकसान नहीं होता है। साथ ही स्किन हमेशा जवां रहती है।