इस karva chauth जानिए Mehandi Design के 5 शानदार प्रकार

फेस्टिव सीजन में कई अवसरों पर महिलाएं हाथों में मेहंदी सजाना पसंद करती हैं। आखिर यह महिलाओं के 16 श्रृंगार का हिस्सा जो है। लेकिन क्या आप जानती हैं कि मेहंदी डिजाइन के विभिन्न प्रकार होते हैं? आइए, हम आपको बताएं-    
 
 
1 भारतीय मेहंदी डिजाइन :
 
भारतीय शैली में बनाई गई मेहंदी डिजाइन में मोर, फूल-पत्ते, अनोखे घुंगराले, घुमावदार पैटर्न का प्रयोग ज्यादा किया जाता है। साथ ही इस शैली में दो डिजाइन व आकारों के बीच ज्यादा जगह नहीं रखी जाती, जिससे की ये डिजाइन काफी भरी हुई दिखती है। इसलिए अक्सर भारतीय दुल्हनें इस शैली में मेहंदी लगवाना पसंद करती हैं। भारतीय मेहंदी डिजाइन को बाटिक मेहंदी डिजाइन के नाम से भी जाना जाता है।

 
2 अरेबिक मेहंदी डिजाइन :
 
इस शैली की डिजाइन को बनाने में भारतीय मेहंदी डिजाइन की तुलना में काफी कम समय लगता है। ये भारतीय मेहंदी डिजाइन की उलट होती है। अरेबिक शैली की डिजाइन में ज्यादातर सजावटी आउटलाइन, फूल,पत्ते और घुमावदार रेखाएं नजर आती है। जिन महिलाओं के पास मेहंदी लगवाने का ज्यादा समय न हो, वे इसे लगवाना पसंद करती हैं क्योंकि इस शैली में मेहंदी लगवाने में कम समय लगता है।


 
 
3 पाकिस्तानी मेहंदी डिजाइन :
 
मेहंदी डिजाइन की इस शैली में भारतीय और अरेबिक शैली का संगम दिखाई देता है। इस शैली में ज्यामितीय आकार, फूल जैसे आकारों का संतुलन दिखाई देता है। आमतौर पर पाकिस्तानी मेहंदी डिजाइन बनाते हुए आउटलाइन ब्लैक मेहंदी से बनाई जाती है, और शेष डिजाइन हलके डिजाइन और पैटर्न से भरा जाता है।


 
4 इंडो-अरेबिक मेहंदी डिजाइन :
 
जैसा की नाम से ही समझा जा सकता है, ये शैली भारतीय और अरेबिक का मिश्रण है। इसे बनाते हुए आउटलाइन मोटी रखी जाती है लेकिन अदंर का पैटर्न भारतीय शैली के अनुसार बारीक भरा जाता है। अक्सर भारतीय शादियों में दुल्हा-दुल्हन के रिश्तेदार व संबंधी इस प्रकार की डिजाइन हाथों पर बनवाना पसंद करते है।

 
5 मोरक्कन मेहंदी डिजाइन :
 
मोरक्कन मेहंदी डिजाइन मध्य पूर्व देशों में प्रचलित है। इस शैली में ज्यामितीय डिजाइन का ज्यादा इस्तेमाल होता है जैसे त्रिकोण, चौकोन, गोलाकार आदि। मोरक्कन मेहंदी डिजाइन की खासियत ये है कि इसे दोनों हाथों में एक समान बनाया जाता है।

 
6 मुघलाई मेहंदी डिजाइन : 
 
यह मेहंदी का सबसे पुराना और पारंपरिक रूप है। इस प्रकार के डिजाइन में हथेली का एक छोटा-सा भाग रिक्त रखा जाता है और बाकी हथेली पर काफी छोटा और नाजुक डिजाइन बनता है जिसमें ज्यादातर कोयरी, फूल,पत्ते इनका उपयोग किया जाता है। इस प्रकार के डिजाइन में उंगलियोंके ऊपर काफी विस्तार में नाजुक डिजाइन बनती है। मुगलाई मेहंदी डिजाइन कभी भी कलाई से आगे, कोहनी की तरफ नहीं बनाते।

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