उन्होंने कहा, 'हम कोई विवाद नहीं चाहते क्योंकि हमारा मुख्य काम कानूनी मदद मुहैया कराना और लोगों को संकट से उबारने में मदद करना है।' इससे कुछ ही घंटे पहले अहमद ने कहा था कि इस 'विवाह विच्छेद समारोह' में उन 18 पुरुषों को तलाक मिलने का जश्न मनाया जाएगा, जिन्हें लंबी कानूनी लड़ाई के बाद तलाक मिला है और अपनी शादियों को खत्म करने के एवज में पूर्व पत्नी (तलाक ले चुकी पत्नी) को भारी भरकम गुजारा भत्ता देना पड़ रहा है।