बिहार के चुनाव को केंद्र के कामकाज से न जोड़ा जाए-शाह

अनिल जैन

गुरुवार, 29 अक्टूबर 2015 (17:56 IST)
पटना। भाजपा अध्यक्ष अमित शाह का कहना है कि बिहार विधानसभा के चुनाव को नरेंद्र मोदी सरकार के कामकाज पर जनमत संग्रह के रूप में नहीं देखा जाना चाहिए। हालांकि उन्होंने दावा किया कि अब तक हुए मतदान के तीन चरणों में उनकी पार्टी का प्रदर्शन काफी अच्छा रहा है और चौथे चरण में भी पार्टी 'क्लीन स्वीप' करेगी।
बुधवार शाम को तीसरे दौर का मतदान खत्म होने के बाद अमित शाह ने चुनिंदा पत्रकारों से बतियाते हुए इस बात से इनकार किया कि अगर बिहार में भाजपा नीत गठबंधन हार गया तो आर्थिक सुधारों को आगे बढ़ाने को लेकर केंद्र सरकार का उत्साह ठंडा पड़ जाएगा। उन्होंने कहा कि भाजपा की नीतियां चुनावी हार-जीत से नहीं जुड़ी हैं। शाह ने कहा कि देश तो संसद से चलता है और संसद में भाजपा के पास स्पष्ट बहुमत है। उन्होंने कहा कि किसी भी राज्य का चुनाव केंद्र सरकार के कामकाज पर जनमत संग्रह नहीं माना जा सकता। 
 
भाजपा अध्यक्ष ने दावा किया कि बिहार में चुनाव के पहले दो दौर की 81 सीटों में से भाजपा लगभग 55 सीटों पर जीत दर्ज करेगी, जबकि 105 सीटों के तीसरे और चौथे चरण में पार्टी 'क्लीन स्वीप' करेगी। शाह के मुताबिक चौथे चरण में साफ हो जाएगा कि सरकार किसकी बनेगी। शाह का मानना है कि पांचवें चरण के मतदान वाले क्षेत्रों की तस्वीर काफी जटिल है, हालांकि वहां के नतीजों से सिर्फ यह तय होगा कि लीड कितनी रहेगी। 
 
भाजपा के मंत्रियों और नेताओं की ओर से आए विवादित बयानों से बिहार में भाजपा की चुनावी संभावनों पर नकारात्मक असर पड़ने की दलील को खारिज करते हुए शाह ने कहा कि लुटियंस की दिल्ली में उठने वाले मुद्दे बिहार में नहीं चल सकते।

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