अपने ही गांव में बदनाम है नीतीश का 'औघड़ बाबा'

सिवान (बिहार)। जिस औघड़ बाबा से बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की मुलाकात का वीडियो पिछले दिनों वायरल हुआ है उस औघड़ की हकीकत काफी चौंकाने वाली है। हालांकि वह वीडियो ताजा मुलाकात का नहीं है बल्कि कई महीनों पुराना है, लेकिन इस अघोरी के पास विभिन्न दलों के नेताओं और कुछ अन्य रसूखदार लोगों का आना-जाना लगा रहता है। बावजूद इसके बाबा की छवि गांव में खराब है। 
सिवान जिले की जिरदैई विधानसभा के मैरवा ब्लाक में मठिया गांव के रहने वाले इस बाबा को गांव के लोग बिरनाथ अघोरी के नाम से पुकारते हैं और एक शराबी के तौर पर जानते हैं। उसके शराब पीने और लोगों से दुर्व्यवहार करने के कारण उसे गांव में कोई पसंद नहीं करता। सिवान जिले के गांव के रहने वाले गांव वालों के मुताबिक चार साल पहले वह नजदीकी उत्तर प्रदेश के देवरिया जिले के मोतीपुर गांव से यहां आया था और गांव वालों के न चाहते हुए भी उसने गांव के एक कोने में अपना डेरा जमा लिया। एक ग्रामीण पारवत ने खुलासा किया कि यह बाबा असल में मुसलमान है और खुद को अघोरी बताता है।
 
बाबा का भोजन तैयार करने वाली कौशल्या रानी के मुताबिक बीते रविवार को जब बाबा की एक वीडियो क्लिप वायरल हुई तो बाबा के पास किसी का फोन आया था और उसके बाद से ही वह गायब है। उसके आश्रम के गेट पर ताला लगा दिया गया है।
गांव में बने बाबा के आश्रम पर जब कुछ पत्रकार पहुंचे तो स्थानीय लोग बाबा के बारे में बातचीत करने के लिए सामने आए। गांव वालों के मुताबिक बाबा सुबह होते ही शराब पीना शुरू कर देता है और गांव के लोगों को बिना वजह गालियां देने लगता है। विरोध करने पर वह अपने राजनीतिक संबंधों का इस्तेमाल करते हुए पुलिस बुलाकर लोगों को डराता है। 
 
एक ग्रामीण वाल्मीकि परावत ने बताया कि अक्सर बाबा के आश्रम पर देर रात तक राजनेताओं और बड़े लोगों का आना जाना लगा रहता है। वाल्मीकि के मुताबिक जनता दल (यू) के विधान पार्षद नीरज कुमार (जिनके घर पर नीतीश कुमार बाबा से मिले थे) अक्सर बाबा से मिलने आते हैं। हालांकि इस बीच चर्चा यह भी है कि एक भाजपा उम्मीदवार जो पहले जद (यू) में था और नीरज कुमार का काफी करीबी रहा था, उसी ने यह वीडियो लीक किया है।

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