भाजपा ने बाहुबली को टिकट देकर संकट को न्योता

सिवान। बिहार के चुनावी घमासान में राजनीति का एक अनोखा चेहरा सिवान जिले के रघुनाथपुर विधानसभा क्षेत्र में देखने को मिल रहा है। दूसरों से अलग चाल, चरित्र और चेहरे का दावा करने वाली भाजपा यहां एक अनोखे संकट का सामना कर रही है। इस विधानसभा क्षेत्र में भाजपा ने अपने मौजूदा विधायक का टिकट काटकर और बाहुबली मोहम्मद शहाबुद्दीन के एक सहयोगी पर दांव लगाकर एक बड़े संकट को न्योता दे दिया है। अब ये विधायक अपना टिकट कटने की वजह से क्षुब्ध होकर न सिर्फ भाजपा से अलग हो गए हैं, बल्कि जनता दल (यू) का दामन थामकर भाजपा को हराने के लिए एड़ी-चोटी का पसीना एक किए हुए हैं।
 
कुछ समय पहले तक दोबारा टिकट पाने की आस में भाजपा के लिए अपना तन-मन-धन लगाने का दावा करने वाले विधायक विक्रम कुंवर अब भाजपा को पानी पी-पीकर कोस रहे हैं और उसे सबक सिखाने का दम भर रहे हैं।
 
विक्रम कुंवर की छवि भी बाहुबली की है और बिहार के लोगों को लालू यादव के जंगल राज का डर दिखा रही भाजपा ने उनकी जगह जिन मनोजसिंह को टिकट दिया है, उनकी भी न सिर्फ़ आपराधिक छवि है, बल्कि कहा जाता है कि वे राष्ट्रीय जनता दल के पूर्व सांसद और विवादित राजनेता मोहम्मद शहाबुद्दीन के शार्प शूटर रहे हैं। विक्रम कुंवर के मुताबिक मनोजसिंह हत्या और अपहरण की कई वारदातों में शामिल रहे हैं। 
 
दरअसल, सिवान और इसके आसपास के इलाके की राजनीति पर लंबे समय तक शहाबुद्दीन का दबदबा रहा है। शहाबुद्दीन इस समय कई आपराधिक मामलों में जेल में है। एक समय मनोज सिंह और शहाबुद्दीन साथ-साथ थे। मनोजसिंह भी मानते है कि वे और शहाबुद्दीन एक गांव के हैं।
 
रघुनाथपुर क्षेत्र में अपने समर्थको से घिरे मनोज कहते हैं, 'हम दोनों हमउम्र हैं और प्राइमरी से कॉलेज तक साथ पढ़े हैं, इसलिए हमारा नाम उनके साथ जुड़ गया, लेकिन शहाबुद्दीन के शूटर तो विक्रम कुंवर रहे हैं। हमने किसी की हत्या नहीं की, किसी के साथ अन्याय नहीं किया।'
 
लेकिन विक्रम कुंवर का कहना है कि वे अपनी बात पर कायम हैं। वे कहते हैं कि अगर उनकी बात गलत होती तो मनोजसिंह उन पर अभी तक मानहानि का मुक़दमा दायर कर देते। शहाबुद्दीन से अपनी नज़दीकी पर विक्रम कुंवर कहते हैं, 'हम भी शहाबुद्दीन के साथ रहे हैं, लेकिन हमारा रिश्ता बड़े भाई और छोटे भाई का रहा है। हमारे राजनीतिक संबंध थे, आपराधिक नहीं। सिवान में जितने भी अपराध हुए हैं, उनमें शहाबुद्दीन का तो सिर्फ़ नाम था, अपराध तो मनोजसिंह ही करते थे।'
 
आरोप-प्रत्यारोप के इस दौर ने रघुनाथपुर विधानसभा क्षेत्र को एकाएक सुर्ख़ियों में ला दिया है। इस क्षेत्र में भाजपा को एक और सवाल का सामना करना पड़ रहा है। दरअसल टिकट बंटवारे को लेकर पार्टी के और भी कई नेता नाराज़ हैं। विक्रम कुंवर उन कई मौजूदा विधायकों में शामिल हैं, जिनका भाजपा ने टिकट काट दिया है। विक्रम कुंवर कहते हैं, 'भाजपा का असली चेहरा सामने आ गया है। पार्टी का नेतृत्व अब ठेकेदारों, दलालों और व्यापारियों के हाथों में आ गया है।'
 
भाजपा बिहार में जिस तरह जंगल राज का डंका पीट रही है, उसी तरह सिवान में वह लोगों को शहाबुद्दीन के दौर के आतंक की याद दिला रही है। इस तरह शहाबुद्दीन सिवान की राजनीति के केंद्र में अब भी बरकरार हैं। वे वर्षों से जेल में हैं, लेकिन सच्चाई यही है कि उनके नाम पर राजनीति अब भी चालू है।

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