दसई एमएलसी, 3 बार विधायक, सांसद और चंद्रशेखर सरकार में मंत्री भी रहे हैं। उन्होंने कहा कि मुझे महुआ से चुनाव नहीं लड़ना है। मैं संगठन में काम करने आया हूं। वे वैशाली के राजापाकर से चुनाव लड़ सकते हैं।।
दसई ने कहा कि लालू प्रसाद की पार्टी से तीन बार विधायक रहने के बाद मैंने तन-मन-धन से नीतीश कुमार का साथ दिया। हालांकि, बाद में नीतीश ने हमपर ध्यान नहीं दिया। संगठन व सरकार में सहभागी नहीं बनाया। हम बार-बार उनसे अनुरोध करते रहे। मुलाकात भी की, लेकिन कोई सकारात्मक उत्तर नहीं मिला।
वहीं भुवन पटेल समता पार्टी के संस्थापक सदस्य रहे हैं। उन्होंने कहा कि नीतीश कुमार सबसे जीनियस मुख्यमंत्री हैं, लेकिन अब उम्र के अनुसार उनकी शारीरिक क्षमता कम हो रही है। उनके अगल-बगल के कुछ लोग ही सरकार चला रहे हैं। इससे समर्पित कार्यकर्ताओं को दिक्कत हो रही है।