मुस्लिमों और दलित ईसाइयों को आरक्षण देने तथा अन्य पिछड़ा वर्ग में मुसलमानों का प्रतिशत बढ़ाकर 15 प्रतिशत करने की रंगनाथ मिश्रा आयोग की रिपोर्ट को भाजपा ने मुसलमानों को‘राजनीतिक आरक्षण देने की बड़ी साजिश’बताते हुए कहा कि वह इसका हर कीमत पर विरोध करेगी और बलिदान देना हुआ तो इसके लिए भी तैयार रहेगी।
भाजपा के तीन दिवसीय राष्ट्रीय अधिवेशन के अंतिम दिन शुक्रवार को यहाँ रंगनाथ मिश्रा आयोग रिपोर्ट पर चर्चा की शुरूआत करते हुए पार्टी अध्यक्ष नितिन गडकरी ने कहा कि इस रिपोर्ट से अनुसूचित जाति और जनजातियों के मन में बहुत जबरदस्त भय है कि अगर यह सिफारिश लागू हो गई तो उनका आरक्षण कम हो जाएगा।
पार्टी के एक अन्य वरिष्ठ नेता गोपीनाथ मुंडे ने चर्चा को आगे बढ़ाते हुए कहा कि अन्य पिछड़ा वर्ग में मुसलमानों का आरक्षण 8.4 फीसदी से बढ़ाकर 15 प्रतिशत करना और दलित मुसलमानों तथा ईसाइयों को आरक्षण देना एक बहुत बड़ी सोची समझी राजनीतिक साजिश है। ऐसा करके मुसलमानों को राजनीति में भी आरक्षण देने का षड़यंत्र रचा जा रहा है।
उन्होंने कहा कि अगर दलित ईसाइयों और मुसलमानों को आरक्षण मिल गया तथा अन्य पिछड़े वर्गों को मिले 27 प्रतिशत के आरक्षण में मुसलमानों को आरक्षण 8.4 प्रतिशत से बढ़ाकर 15 प्रतिशत कर दिया गया तो इससे विधानसभाओं, संसद तथा अन्य निर्वाचित संस्थाओं में मुसलमानों का राजनीतिक प्रतिनिधित्व अपने आप बढ़ जाएगा।
मुंडे ने कहा कि यही नहीं, उच्च प्रशासनिक सेवाओं में भी इस आधार पर मुसलमानों की पैठ बढ़ जाएगी। इस विषय पर गडकरी, मुंडे और एम वेंकैया नायडू सहित अपनी बात रखने वाले पार्टी के विभिन्न वक्ताओं ने कहा कि हिंदू समाज के आरक्षण में एक प्रतिशत की कटौती को भी बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।
पार्टी ने पूरे देश के लोगों से अपील की कि वह‘खतरनाक खेल’का विरोध करने के लिए सड़कों पर उतरें और इसके लिए अगर बलिदान देने की आवश्यकता पड़े तो वह भी दें।
नायडू ने कहा कि आजादी से पहले धर्म आधारित आरक्षण की विभाजन के रूप में देश बहुत बड़ी कीमत पहले ही चुका रहा है और अब भविष्य में ऐसा नहीं होने दिया जाएगा। कांग्रेस की साजिश को नाकाम करने के लिए हम हर तरह का बलिदान और कुर्बानी देने को तैयार हैं।
राष्ट्रीय परिषद की बैठक में एक प्रस्ताव भी पारित किया गया जिसमें कहा गया कि दलित मुस्लिमों को आरक्षण देने और अन्य पिछड़ा वर्ग के आरक्षण में मुसलमानों का प्रतिशत बढ़ाना न सिर्फ मुसलमानों को राजनीति में आरक्षण देने जैसा खतरनाक षड़यंत्र है बल्कि इससे धर्मांतरण को भी बड़े पैमाने पर शह मिलेगी।
अधिवेशन में फैसला किया गया कि सरकार के इस कथित षड़यंत्र का भाजपा संसद में जोरदार विरोध करेगी और इसके खिलाफ जनमानस तैयार करने के लिए 11 मार्च को संसद के बाहर एक बड़ा प्रदर्शन भी करेगी। (भाषा)