लॉकडाउन के चलते शूटिंग और सिनेमाघर बंद हुए दो महीने से ज्यादा हो चुके हैं। शूटिंग शुरू होने वाली है, लेकिन बड़े सितारे अभी मानसिक रूप से इसके लिए तैयार नहीं हैं।
मार्च के आखिरी सप्ताह, अप्रैल और मई में कई बड़ी फिल्में रिलीज होने वाली थीं, जिनकी रिलीज टल गई है। सारा शेड्यूल गड़बड़ा गया है। अब तो दिवाली और क्रिसमस पर रिलीज होने वाली फिल्में भी तैयार नहीं हो पाएंगी।
जो फिल्में तैयार हैं उनके निर्माताओं को समझ ही नहीं आ रहा है कि वे अपनी फिल्में कब रिलीज कर पाएंगे? यदि सिनेमाघर शुरू होते हैं तो क्या दर्शक सिनेमाघर में लौटेंगे?
यदि लौटते भी हैं तो भी बड़ी फिल्में कम से कम दो महीने बाद ही रिलीज हो पाएंगी क्योंकि प्रचार-प्रसार में भी समय लगता है।
इधर ओटीटी प्लेटफॉर्म वाले पैसे लेकर निर्माताओं के बीच घूम रहे हैं और अच्छी-खासी रकम की पेशकश कर रहे हैं। कुछ निर्माताओं ने करार भी कर लिया है कि सीधे उनकी फिल्में ओटीटी प्लेटफॉर्म पर रिलीज की जाएंगी।
आखिर फिल्म को तैयार होने के बाद रोके रखना भी मुश्किल होता है। फिल्म वाले बाजार से ऊंचे ब्याज दर पर पैसा लेकर फिल्में बनाते हैं और ब्याज का चक्र कोरोना को भी नहीं मानता।
अक्षय कुमार की फिल्म 'लक्ष्मी बम' के बारे में लगातार चर्चाएं सुनने को मिल रही हैं कि यह फिल्म ओटीटी प्लेटफॉर्म रिलीज होगी। इधर अमिताभ बच्चन और आयुष्मान खुराना की फिल्म 'गुलाबो सिताबो' तो सीधे ओटीटी पर रिलीज हो रही है।
केजीएफ चैप्टर 2 के निर्माताओं ने कह दिया है कि वे सिनेमाघर खुलने का इंतजार करेंगे चाहे कितना भी वक्त लगे। वे बड़े निर्माता हैं और ऐसा कर सकते हैं, लेकिन हर किसी के बस की यह बात नहीं है।
अजय देवगन की फिल्म 'भुज : द प्राइड ऑफ इंडिया' के बारे में भी बात सुनने को मिल रही है कि यह फिल्म ओटीटी प्लेटफॉर्म पर रिलीज होगी।
पहले यह फिल्म 15 अगस्त को रिलीज होने वाली थी, जिसे बढ़ा कर 26 जनवरी 2021 कर दिया। बाद में इसे दिसम्बर 2020 में रिलीज करने की घोषणा कर दी गई।
अब कहा जा रहा है कि एक ओटीटी प्लेटफॉर्म पर इसे रिलीज करने की बात चल रही है, हालांकि निर्माता की ओर से कोई अधिकृत बयान जारी नहीं किया गया है।
वैसे भी इस फिल्म का अभी बहुत काम बाकी है, लेकिन यह महीने भर में पूरा किया जा सकता है। यदि अनिश्चितताओं के बादल छंटे नहीं तो संभव है कि फिल्म ओटीटी प्लेटफॉर्म पर नजर भी आ जाए।