Palak Tiwari in Kisi ka bhai kisi ki jaan: पलक तिवारी के बारे में सूत्र बताते हैं कि जब सलमान खान की फिल्म 'किसी का भाई किसी की जान' उन्हें ऑफर हुई तो वे इसे स्वीकारना नहीं चाहती थीं। पलक जानती थीं कि इस फिल्म की हीरोइन पूजा हेगड़े हैं और उन्हें सलमान खान के तीन भाइयों की तीन गर्लफ्रेंड्स में से एक बनना है। जाहिर सी बात है कि रोल बहुत छोटा और महत्वपूर्ण नहीं होगा। पलक का डर सही साबित हुआ। पलक के फैंस ने जब 'किसी का भाई किसी की जान' देखी तो उन्हें बेहद निराशा हुई। मुश्किल से दो-तीन डायलॉग्स पलक को मिले होंगे। वो भी ऐसे, जिसका फिल्म में कोई महत्व नहीं। एक भी ऐसा सीन नहीं मिला जिसमें पलक अपनी एक्टिंग स्किल्स का प्रदर्शन कर सके। बहुत ही बचकाना किस्म का किरदार उन्हें मिला, जिसमें पलक हैरान लगीं। मानो सोच रही हों कि वे यह फिल्म क्यों कर रही हैं?
ऐसी फिल्म से शुरुआत कर पलक ने अपने पैर पर कुल्हाड़ी नहीं बल्कि कुल्हाड़ी पर पैर मार दिया है। पलक चाहती तो बड़े बजट की फिल्म न सही, लेकिन लीड रोल के जरिये अपनी शुरुआत कर सकती थीं। इसमें उन्हें लंबा रोल मिलता। अभिनय दिखाने का मौका मिलता। इससे उनके आगे की राह आसान होती, लेकिन किसी का भाई किसी की जान जैसी फिल्मों से उनका भला नहीं होने वाला।
पलक यदि नहीं चाहती थीं तो आखिर उन्होंने यह फिल्म की ही क्यों? पहला जवाब तो सलमान खान है। वे बॉलीवुड का बहुत बड़ा नाम हैं। उनका 'नहीं' कैसे कहा जा सकता था? चलिए, पलक हिम्मत जुटा लेतीं, लेकिन संभव है कि उनकी मां श्वेता तिवारी ने उन्हें यह फिल्म करने के लिए कहा हो।
श्वेता तिवारी ने बिग बॉस में हिस्सा लिया था। विजेता भी बनी थीं। सलमान से तब से उनकी दोस्ती है। जिस अंदाज में श्वेता ने बिग बॉस शो में अपना व्यवहार दिखाया था उससे सलमान बहुत खुश थे। सलमान ने श्वेता के जरिये ही पलक तक बात पहुंचाई होगी, ऐसे में पलक पर श्वेता का भी दबाव होगा।
खैर, अब पलक तो फिल्म कर चुकी हैं। फिल्म हिट हो तो भी पलक को कोई फायदा नहीं होगा। उल्टा नुकसान ही हुआ है। बॉलीवुड में पहली फिल्म के फ्लॉप होने के बाद टिके रहना अत्यंत मुश्किल है। लेकिन पलक इसकी भरपाई कर सकती हैं। वे भूल जाएं कि कभी वे 'किसी का भाई किसी की जान' का हिस्सा भी थीं। नए सिरे से, नई फिल्म में, लीड रोल के जरिये उन्हें शुरुआत करना चाहिए। उम्र भी उनके हक में हैं। हां, अब इस तरह बड़ी फिल्म का मामूली हिस्सा बनने की गलती नहीं दोहराना है।