सुभाष घई जानते थे कि उनके हीरो-हीरोइन गुमनाम होने के अलावा अभिनय में भी कमजोर हैं इसलिए उन्होंने संजीव कुमार, शम्मी कपूर, अमरीश पुरी, मदन पुरी, भारत भूषण जैसे सशक्त अभिनेताओं को चरित्र भूमिकाएं दी। 'हीरो' की कामयाबी के पीछे बड़ा हाथ लक्ष्मीकांत प्यारेलाल का भी था। इन दोनों ने इतना मधुर संगीत रचा कि लोग गाने सुनने और देखने के लिए फिल्म को देखने दोबारा गए। डिंग डांग, लम्बी जुदाई, प्यार करने वाले कभी डरते नहीं, तू मेरा हीरो, मोहब्बत ये मोहब्बत, निंदिया से जागी बहार जैसे फिल्म में 6 गाने थे और सभी सुपरहिट रहे। आज भी सुने जाते हैं।